अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) के तहत मिलने वाली पेंशन की तय सीमा बढ़ सकती है। पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन बढ़ाए जाने का सुझाव दिया है। इसके अलावा इस स्कीम से जुड़ने के लिए उम्र की सीमा की 40 साल से बढ़ाकर 60 साल करने का भी सुझाव दिया है।
पीएफआरडीए के पूर्णकालिक सदस्य सुप्रतिम बंधोपाध्याय ने न्यूज एजेंसी को बताया कि वह अटल पेंशन योजना के तहत उम्र की सीमा 40 वर्ष से बढ़ाकर 60 साल करने की मांग कर रहे हैं। यानी 60 साल तक का व्यक्ति भी इस योजना से जुड़ सकता है। इसके अलावा पेंशन को 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये मासिक करने के लिए कह रहे हैं। पीएफआरडीए नेशनल पेंशन सिस्टम के अलवा अटल पेंशन योजना को रेग्युलेट करती है।
सरकारी स्कीम अटल पेंशन योजना असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए है और इसमें 18 साल से 40 साल तक की उम्र तक जुड़ा जा सकता है। इसमें सरकार मासिक 1,000 रुपये, 2,000 रुपये, 3000 रुपये, 4,000 रुपये और 5,000 रुपये तक की पेंशन की गारंटी देती है। ये पेंशन सब्सक्राइबर के निवेश पर निर्भर करती है।
अटल पेंशन योजना के तहत अधिकतम 60 हजार रुपये या 5 हजार रुपये महीना सालाना पेंशन की गारंटी मिलती है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए एक खाता खुलवाना जरूरी है, जिसमें मासिक, तिमाही या छमाही निवेश कर सकते हैं।
5000 रुपये महीना पेंशन के लिए निवेश
अगर आप 18 साल की उम्र में ही अटल पेंशन योजना से जुड़ जाते हैं तो आपको हर महीने 5 हजार रुपये मिल सकते हैं। इसके लिए आपको आपको हर महीने 210 रुपये जमा करना होगा। यानी सलाना आप 2520 रुपये जमा करेंगे। आपको 210 रुपये मासिक निवेश 60 की उम्र तक करना होगा और 60 की उम्र के बाद आपके खाते में हर महीने 5 हजार रुपये आते रहेंगे।
अटल पेंशन योजना के फायदे
इस प्लान के तहत जमा रकम पर आईटी की सेक्सन 80CCD के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है। एक सदस्य के नाम से सिर्फ 1 ही अकाउंट खुल सकता है। अटल पेशन योजना के तहत कई बैंक आपको खाता खोलने की सुविधा दे रहे हैं।
जहां तक अन्य फायदों की बात करें तो शुरू के 5 साल सरकार की ओर से भी योगदान राशि दी जाती है। वहीं अगर 60 साल के पहले या बाद में खाताधारक की मौत हो जाती है, तो पेंशन की राशि उसकी पत्नी को मिलेगी। अगर दोनों की मौत हो जाती है तो सरकार नॉमिनी को पेंशन देगी।