मशहूर निर्देशक और अभिनेता महेश मांजरेकर का मानना है कि अभिनेता संजय दत्त ने जेल से वापसी के बाद अपनी फिल्मों का चयन सही नहीं किया और इसी का खामियाजा उन्हें उठाना पड़ रहा है। वह यह भी कहते हैं कि अपनी बेटी सई को वह कभी सलमान खान की फिल्म दबंग 3 की हीरोइन नहीं बनाना चाहते थे।
एक्सक्लूसिव मुलाकात में महेश कहते हैं, “संजू जेल से वापस आया तब मेरी उससे एक मुलाकात हुई। उसके पास एक पटकथा थी जो मुझे समझ नहीं आई। मैं उसे लेकर ‘दे धक्का’ नाम की एक फिल्म बनाना चाहता था। लेकिन उसने वही फिल्म की जो ‘भूमि’ के नाम से रिलीज हुई।
फिल्म रिलीज होने के बाद उसने मुझे फोन किया। मैंने उससे कहा कि मैंने तो पहले ही बोला था कि ये फिल्म मत कर। इसके बाद भी उसने फिर ‘कलंक’ और ‘प्रस्थानम’ की। जब इसने इन फिल्मों में हाथ डाला तो वह सब मामला खराब हो गया।”
इन दिनों वेब सीरीज पवन एंड पूजा में बतौर अभिनेता नजर आ रहे महेश मांजरेकर मानते हैं कि खुद लिख कर निर्देशित करना ही सही और आसान है। सलमान खान का जिक्र चलने पर वह कहते हैं, “इंसान के तौर पर तो मैं उसको 100 में से 120 नंबर दूंगा।
लेकिन एक अभिनेता के तौर पर मैं उसको 100 में से 70 नंबर ही दूंगा। मेरी समझ में उसका सिनेमा नहीं आता। फिल्म इसका मतलब यह नहीं कि उसकी फिल्में खराब है, बस मुझे हजम नहीं होतीं।”
सलमान की ही फिल्म दबंग 3 महेश की बेटी सई मांजरेकर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। लेकिन, वह कहते हैं, “यह फैसला मेरा या मेरी बेटी का नहीं बल्कि सलमान का था। मैं उसे किसी भी चीज के लिए कभी मना नहीं कर सकता क्योंकि हम दोनों एक दूसरे की बहुत इज्जत करते हैं, और वह जो मांगेगा, मैं उसे दे दूंगा।
सलमान ने कहा कि यह किरदार सई बहुत अच्छा करेगी, तो मैंने भी हां कर दी। अगर मैं उस फिल्म का निर्देशक होता तो मैं सई को इस फिल्म में कभी नहीं लेता। मैं उसके लिए कोई और कहानी लिखता, जिस पर मैं फिलहाल काम कर रहा हूं। उसने पहले भी मेरी फिल्मों में कुछ छोटे-छोटे काम किए हैं। उसे कभी यह महत्वाकांक्षा नहीं रही कि वह एक अभिनेत्री बनेगी।”