महाराष्ट्र के मुंबई में आवास मंत्री जितेंद्र अवहद द्वारा विधायकों के लिए 300 फ्लैटों के ऐलान के एक दिन पश्चात्, BJP MLA राम कदम ने कहा कि फ्लैट सेना के सैनिकों एवं अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की विधवाओं को दिए जाने चाहिए। बीजेपी ने यह भी इल्जाम लगाया कि ये घर MLA को दिए जा रहे हैं क्योंकि MVA (महाराष्ट्र विकास अघाड़ी) को डर है कि वे दलबदल कर बीजेपी में सम्मिलित हो जाएंगे।
इसके साथ ही राम कदम ने कहा, “हम विधायकों को दिए गए घरों के खिलाफ नहीं हैं, किन्तु उन्हें सेना के सैनिकों एवं अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की विधवाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए, जिन्होंने महामारी के चलते अपनी जान गंवाई। इन व्यक्तियों को पहले फ्री घर दिया जाना चाहिए। सरकार ने इस स्कीम का ऐलान करके विधायकों को बदनाम करने का प्रयास किया है। इस स्कीम को आवास मंत्री जितेंद्र अहवाद का नाम दिया जाना चाहिए। यह MVA द्वारा अपने झुंड को एक साथ रखने के लिए एक कदम है।”
इन इल्जामों का उत्तर देते हुए जितेंद्र अवहद ने कहा कि ये फ्लैट फ्री नहीं हैं तथा मुंबई के MLA को नहीं दिए जाएंगे। “मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) के MLA इन अपार्टमेंटों के लिए पात्र नहीं होंगे तथा सिर्फ वे MLA जिनके पास मुंबई में घर नहीं है, वे ही इसका फायदा उठा सकेंगे। ऐसे कई लोग हैं जैसे कलाकार, पत्रकार तथा अन्य जिन्हें फ्लैट प्राप्त हुआ है। यह मेरी तरफ से कोई नया ऐलान नहीं है। MVA को ऐसे फैसलों का ऐलान करने का अधिकार है। राम कदम अपने बीजेपी विधायकों से बोल दें कि वे इन घरों के लिए आवेदन न करें। इन मकानों के लिए न्यूनतम रकम 70 लाख से 1 करोड़ के बीच है।”