महिला को मासूम बच्ची का रोना बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने झुंझलाहट में बच्ची को छह-सात थप्पड़ जड़े इस पर मासूम और तेज से रोने लगी। इससे परेशान होकर उसने एक हाथ से बच्ची की नाक और मुंह बंद किया और दूसरे हाथ से गला दबाकर उसकी आवाज हमेशा के लिए बंद कर दी। यह बात खुद रुखसार ने पुलिस के सामने कबूल की है। पुलिस ने हत्या आरोपी मामी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
मानसिक रूप से बीमार है पत्नी- मोहल्ला अल्ली खां निवासी शहनवाज उर्फ मूना और उसकी पत्नी तमन्ना के तीन बच्चे हैं। चार माह से तमन्ना मानसिक रूप से बीमार है। उसने अपने हाथों से अपनी चोटी काट ली थी। बदहवासी की हालत में वह घर में अक्सर तोड़फोड़ करती थी। परिवार के लोग उसे बदायूं के एक धर्मस्थल पर ले गए, जहां से वह गायब हो गई। ऐसे में मूना के समक्ष छोटे बच्चों की देखरेख की समस्या हो गई। ऐसे हालात में 7 वर्षीय बेटे को फूफी और तीन साल की मंझली बेटी को ताऊ ने अपने घर रख लिया।
वारदात को अंजाम इस तरह दिया- देर शाम वह घर पहुंचा तो पत्नी रुखसार ने बताया कि मरियम बेसुध पड़ी है। इस पर वह मरियम को लेकर अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शक होने पर मरियम का पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट में मासूम की मौत का कारण गला घोंटने और मुंह बंद करने से सांस रुकने के कारण होना बताया गया। उसके चेहरे पर खरोंच के छह-सात निशान भी पाए गए। मृतका के पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी मामी को गिरफ्तार कर लिया है।