समाजवादी पार्टी के मंत्री के पुत्र का भयावय चेहरा कोई नया नही है।उनकी क्रिया से नगर के सभी निर्बल व्यक्तियो का आँसू बह रहा है।किसी की भूमि लेकर किसी के कार्य के नाम पर धन लेकर और किसी पर असलाहे व लाठी का धौस जमाकर अपनी शक्ति का परिचय दिया करते है। सभी निर्बलो को दुख देकर अपने बाहुबली होने का प्रमाण दिया करते है।अगर मंत्री जी ऊo प्रo की कमान सम्भालते है।तो उनके प्रिय पुत्र लकी यादव जौनपुर नगर की कमान अपने हाथ मे रखने की चेष्टा करते है।जिससे नगर की प्रशासन भी इनकी दबंगई से खौफ खाती है।
जिस कारण से इन पर कोई कार्यवाही नही हो पाती।देखा भी जाता है।मंत्री के पुत्र ने जितना भी अत्याचार अपने पिता के शासन मे कर गुजरते है।उन सभी प्रकरण को यहा की प्रशासन घोट जाती है।वे जब भी नगर मे निकलते है।सड़क व गली मे सन्नाटा सा छा जाता है।इनकी निर्दयी छवि शोले फ़िल्म के गब्बर सिंह के पात्र को उजागर करा देती है।जिस प्रकार मंत्री के पुत्र ने समाजवादी पार्टी का राज्य होने का नगर वासियो व पत्रकारो पर कहर बरपा कर अपना परिचय दिया है हम सब इनकी जितनी भी निंदा करे वो कम है।पुलिस प्रशासन तो इन सभी प्रक्रियाओ से अनजान बन जाने की नाटक करती है।नगर की सड़को पर मंत्री के पुत्र खुलेआम अवैध गनर के साथ गुंडा गर्दी करता है।इससे तो यही ज्ञात होता है।प्रशासन व मंत्री जी की मिलीभगत है।हम पत्रकार बंधुओ व नगर की समस्त जनता को ये आभास होने लगा है।जौनपुर नगर मे समाजवादी के पाले हुए गूंडो का शासन चल रहा है।जिससे जिला अधिकारी व पुलिस अधिक्षक महोदय जी किसी भी कार्यवाही करने मे असमर्थ है।उनकी यही निर्बलता जनता के दुखो व भय का सब से बड़ा कारण है।अधिकारी महोदय जी को भी नगर की गद्दी के खोने के भय से अपनी आँख,कान,व मुँह बंद कर लेते है।रही बात हम पत्रकार बंधुओ की पत्रकारो के कार्यशैली के कारण ही चौथा स्तम्भ माना जाता है।देखा जाये तो पत्रकार की छवि न तो क्रोध की है। न तो वार करने की है।हम पत्रकार तो स्वयम का दुख भूलकर समाज की सेवा मे लीन हो जाते है।हम तो केवल अपने कलम से लोगो को सच का दर्पण दिखलाने का वचन किये है।ये इतिहास रहा हम पत्रकार बंधु की कलम से क्रूर शासन को उलट कर रख दिया।हम पत्रकार के लिये शोक की बात है।जिस प्रकार मेरे मित्र पत्रकार को मारा गया व उनके साथ दुर्व्यव्यवहार हुआ।इससे स्पष्ट होता है कि जौनपुर की प्रशासन उनके चरणो मे अर्पित है।