भारत ने म्यांमार में हो रही हिंसा की कड़ी निंदा की है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि हम हिंसा के किसी भी इस्तेमाल की निंदा करते हैं। हमारा मानना है कि म्यांमार में कानून का शासन कायम होना चाहिए। भारत म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली के लिए खड़ा है। इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा कि हमने राजनीतिक कैदियों की रिहाई का आग्रह किया है और आसियान के प्रयासों के माध्यम से वर्तमान स्थिति सहित किसी भी प्रयास का समर्थन किया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि हम एक संतुलित और रचनात्मक भूमिका निभाने के प्रयास में अपने अंतर्राष्ट्रीय वार्ताकारों और यूएनएससी में इस मुद्दे को उठाने के लिए काम कर रहे हैं। म्यांमार के लोगों को भारतीय पक्ष की अनुमति देने के बारे में भारत के रुख पर एमइए के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जहां तक बॉर्डर क्रॉसिंग का सवाल है, हम अपने कानूनों और मानवीय विचारों के अनुसार इससे निपट रहे हैं।
विदेशों में कोरोना वैक्सीन के निर्यात पर सवाल पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ने कहा कि हमने कोरोना वैक्सीन पर कोई निर्यात प्रतिबंध नहीं लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक हमने दुनिया भर के 80 से अधिक देशों में कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति की है।
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी को 22 से 23 अप्रैल को आयोजित होने वाले जलवायु शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। पीएम मोदी ने उनकी पहल का स्वागत किया और निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। बागची ने आगे कहा कि जलवायु परिवर्तन को लेकर अमरिकी राष्ट्रपति के विशेष अधिकारी जॉन केरी 5 से 8 अप्रैल को दिल्ली का दौरा करेंगे।
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