शिवपुरी। विपिन शुक्ला। देश के तीन प्रशिक्षण केंद्रों में से एक शिवपुरी स्थित सीआईएटी (काउंटर इंसरजेंसी एंटी टेररिस्ट) प्रशिक्षण केंद्र में देश की पहली महिला कमांडो की टीम तैयार की जा रही है। देशभर से चयनित इन 582 महिला सैनिकों की 238वीं बटालियन को शिवपुरी में कठोर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
यंहा महिलाओं को दी जाती है स्पेशल ट्रेनिंग
यह विशेष प्रशिक्षण 8 हफ्ते चलेगा और इसके बाद प्रशिक्षण के मानकों पर खरी उतरने वाली महिला सैनिकों की फाइनल परीक्षा को पास करने वाली सैनिकों को कमांडो घोषित किया जाएगा। यहां से तैयार हुई देश की पहली महिला कमांडो की यह टीम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी। 15 घंटे का कड़ा प्रशिक्षण महिला सैनिकों को कमांडो बनाने के लिए हूबहू एनएसजी कमांडो की तरह 26 जून से जटिल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सीआईएटी शिवपुरी के प्राचार्य (पुलिस उप महानिरीक्षक) आरएस चौहान का कहना है कि देशभर से चयनित 582 महिला सैनिकों को 8 हफ्ते का विशेष प्रशिक्षण सीआईएटी में दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में सफल होने के बाद देश की पहली महिला कमांडो को दुश्मनों का सामना करने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जाएगा।
सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक करीब 15 घंटे विभिन्ना तरह के प्रशिक्षणों के जरिए इन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है। इस दौरान पर्वतारोहण, उफनते नालों को पार करने का हुनर, जंगल की हर परिस्थिति में दुश्मन का सामना करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, साथ ही हर तरह के हथियार चलाने में पारंगत किया जा रहा है।
8 हफ्ते के इस प्रशिक्षण से पहले राजस्थान के अजमेर में इन्हें बुनियादी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। देशभर में 3 सीआईएटी स्कूल हैं, जिनमें से शिवपुरी एक है। इनमें राजस्थान के चित्तौड़गढ़ व असम के सिलचर में भी सीआईएटी का प्रशिक्षण केन्द्र है, लेकिन शिवपुरी में पहली बार महिला कमांडो तैयार की जा रही हैं।