भारत बंद के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार शाम सात बजे किसान नेताओं को बैठक के लिए बुलाया केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज देशभर के किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है।
किसानों ने सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक यानी चार घंटे का सांकेतिक बंद बुलाया था लेकिन इसका असर सुबह आठ बजे से ही दिखने लगा। बंद को देश के सभी विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया है। किसानों की मांग है कि सरकार इन कानूनों को वापस ले।
उत्तराखंड के रुड़की में नारसन और लक्सर पुरकाजी में किसानों ने गन्नों से लदे ट्रक लगाकर हाईवे जाम कर दिया।दिल्ली में अखिल भारतीय वकील संघ ने भारत बंद के समर्थन में तीस हजारी जिला न्यायालय में विरोध प्रदर्शन किया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा, विरोध पर सरकार की प्रतिक्रिया चिंता का विषय है। कानूनी बिरादरी किसानों के साथ खड़ी है। ये कानून न तो किसानों के पक्ष में हैं और न ही वकीलों के।