New Delhi: CHENNAI पुलिस ने सोमवार को मां-बाप को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि अपने सभी बच्चों की सोशल मीडिया एक्टिवटी पर नजर रखें । बच्चें को किसी भी तरह की ऑनलाइन गेम खेलने से रोकें।18 साध्वियों ने CBI से कहा- हर रात नई लड़किया बुलाता था राम रहीम, और गुफा से बुरी हालत में आती थी…
आपको बता दें कि पिछले एक डेढ़ महीने से भारत में ब्लू व्हेल गेम का खतरा बढ़ता ही जा रहा है । पूरे देश में करीब आधा दर्जन से ज्यादा बच्चों की जानें जा चुकी हैं । हाल ही में एक जयुपर का बच्चा ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए मुंबई जा पहुंचा, वो तो खैर उसका नंबर पुलिस लगातार ट्रेस कर रही थी, इसलिए उसकी जान बचाई जा सकी, लेकिन उससे भी खतरनाक बात ये है कि बच्चे के पास से पुलिस को चाकू बरामद हुआ था, पूछताछ में बच्चे ने भी कबूला था कि वो चाकू से अपना गला काटने वाला था । और हमीरपुर में एक बच्चा गेम खेलकर अपना गला चाकू से काट चुका है ।
पुलिस ने इंटरनेट गेम को लेकर कहा कि बच्चों को खासकर 12-18 साल के बच्चों के इंटरनेट यूज पर विशेष ध्यान रखे, और साथ ही सोशल मीडिया पर भी ध्यान दें कि क्योंकि ब्लू व्हेल का लिंक बच्चों को सोशल साइट के माध्यम से ही मिलता है । इस गेम में 50 टॉस्क होते हैं, आखिर टॉस्क प्लेयर की जान लेने के साथ ही पूरा होता है ।
पुलिस की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर बच्चा ज्यादातर अकेला रहता है, गुस्से में रहता है, परिवार के लोगों से बातचीत करने से बचता है, देर रात तक इंटरनेट पर सर्फिंग करता है, सुबह 4 बजे के आस-पास जागता है, और मोबाइल पर डरावने वीडियो देखता है, तो आपका बच्चा ब्लू व्हेल गेम की चपेट में है । बच्चे की तुरंत काउंसलिंग कराए । मां-बाप को कहा गया है कि ऐसे में बच्चे के साथ ज्यादा टाइम बिताएं और बच्चे को आउटडोर गेम पर लेकर जाए, उसे खुश रखने की पूरी कोशिश करें ।