बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागलपुर रैली और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद राज्य में कैबिनेट विस्तार (Bihar Cabinet Expansion) की संभावनाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीते दिन सीएम और नड्डा के बीच संभावित नामों पर चर्चा हुई, और कैबिनेट विस्तार को लेकर सहमति बन गई है। माना जा रहा है कि बिहार विधानमंडल के बजट सत्र (Bihar Budget Session 2025) से पहले ही मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।
कैबिनेट में 6 सीटें खाली, नए चेहरों को मिल सकता है मौका
वर्तमान में बिहार सरकार में कुल 30 मंत्री हैं, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दो उपमुख्यमंत्री शामिल हैं। बिहार विधानसभा की संरचना के अनुसार कैबिनेट में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं, यानी अभी भी 6 पद खाली (Vacant Cabinet Positions) हैं। ऐसे में इन रिक्त पदों पर नए चेहरों की एंट्री तय मानी जा रही है।
बीजेपी कोटे से 5 मंत्रियों को मिल सकती है जगह
सूत्रों की मानें तो इस बार के विस्तार में बीजेपी कोटे से 5 नए मंत्रियों (BJP Ministers in Bihar Cabinet) को शामिल किया जा सकता है। इसके साथ ही 1-2 वर्तमान मंत्रियों की छुट्टी भी संभव है। बीजेपी नेताओं के अनुसार, वर्तमान में 30 सदस्यीय मंत्रिमंडल में बीजेपी के 15 मंत्री (15 BJP Ministers in Bihar Cabinet) हैं, जिसमें दो उपमुख्यमंत्री शामिल हैं।
मंत्री पद छोड़ सकते हैं दिलीप जायसवाल, इन नामों पर हो रही चर्चा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल (Revenue & Land Reforms Minister Dilip Jaiswal) के इस्तीफे की चर्चा जोरों पर है। ऐसे में उनकी जगह नवल किशोर यादव (Nawal Kishore Yadav) को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, जीवेश कुमार (Jivesh Kumar) और अनिल शर्मा (Anil Sharma) में से किसी एक को मौका मिल सकता है। महिला मंत्री कोटे (Women Representation in Bihar Cabinet) के तहत कविता देवी (Kavita Devi) को भी जगह दी जा सकती है।
जेडीयू कोटे पर सस्पेंस, नीतीश कुमार लेंगे फैसला
बीजेपी के उलट, जेडीयू (JDU Ministers in Bihar Cabinet) कोटे को लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पर आखिरी फैसला लेंगे। ऐसे भी संकेत मिल रहे हैं कि जिन मंत्रियों के पास अभी दो-दो विभाग (Multiple Portfolios Ministers in Bihar) हैं, उनमें से एक विभाग वापस लिया जा सकता है।
चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा कैबिनेट विस्तार
बिहार में 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2025) को देखते हुए इस कैबिनेट विस्तार को सामाजिक और जातीय समीकरण साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। बीजेपी और जेडीयू दोनों अपने-अपने वोटबैंक को साधने की रणनीति बना रहे हैं।
बजट सत्र से पहले हो सकता है विस्तार
बिहार में 28 फरवरी से विधानमंडल का बजट सत्र (Bihar Budget Session 2025) शुरू हो रहा है, जो 28 मार्च तक चलेगा। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार इसी महीने (Bihar Cabinet Expansion Before Budget Session) में हो सकता है ताकि सरकार बजट सत्र के दौरान पूरी मजबूती के साथ अपनी योजनाओं को पेश कर सके।
बिहार की राजनीति में हलचल तेज, जल्द हो सकते हैं बड़े फैसले
कैबिनेट विस्तार को लेकर बीजेपी और जेडीयू दोनों में हलचल तेज हो गई है। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पर अंतिम फैसला लेंगे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार बिहार के कैबिनेट में कौन से नए चेहरे शामिल होते हैं और किसे अपनी कुर्सी गंवानी पड़ती है।