जुलाई महीने की 31 तारीख को पूरे देश में बकरीद (ईद उल-अजहा) मनाई जाएगी. कोरोना महामारी को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने गाइडलाइन जारी की है, जिसमें लोगों से मस्जिद या ईदगाह के बजाय घर में रहकर ही नमाज (प्रार्थना) पढ़ने की अपील की गई है. इसके अलावा लोगों को बकरे की जगह प्रतीकात्मक बलिदान का सुझाव दिया गया है.
गाइडलाइन में कहा गया है, ‘मस्जिद, ईदगाह या सार्वजनिक स्थानों के बजाय इस बार घर पर ही नमाज पढ़ें. फिलहाल सभी लाइवस्टॉक मार्केट (पशु बाजार) भी बंद रहेंगे.
अगर कोई शख्स, बलिदान के लिए जानवर खरीदना चाहता है तो ऑनलाइन या फोन पर खरीदारी कर सकता है.’
आगे लोगों से अपील करते हुए कहा गया है, ‘अगर संभव हो तो लोग इस बार प्रतीकात्मक बलिदान दें. सभी कंटेनमेंट इलाकों में लागू किए गए प्रतिबंध सख्ती से जारी रहेंगे. बकरीद के मौके पर भी इन इलाकों में कोई ढील नहीं दी जाएगी.’
बता दें, कोरोना महामारी की वजह से प्रदेश में पहले से ही सभी तरह के धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगी हुई है. बकरीद को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ बैठक की थी. इसमें सर्वसम्मति से तय किया गया कि इस बार का बकरीद साधारण तरीके से ही मनाई जाएगी.
जाहिर है प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं. सिर्फ शुक्रवार को कोविड-19 के 8,308 केस सामने आए हैं, जबकि 258 लोगों की मौत हुई है.
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2,92,589 हो गई है.
हालांकि इनमें से 1,60,357 मरीज रिकवरी कर चुके हैं. यानी फिलहाल 1,20,480 मरीजों का इलाज जारी है. जबकि प्रदेश में कोरोना की वजह से 11,452 लोगों की जान भी गई हैं.
वहीं शुक्रवार को मुंबई के धारावी इलाके में कोरोना के 10 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही यहां पर कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2,438 हो गई है. हालांकि इनमें से 102 लोग ही अभी कोरोना संक्रमित हैं. बाकी लोग ठीक होकर घर वापस लौट चुके हैं.