भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव के चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना जताई है। भारतीय मौसम विज्ञान कार्यालय के अनुसार गहरा दबाव उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ता रहेगा और अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि इसका ओडिशा पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा और यह बांग्लादेश तट की ओर बढ़ जाएगा। पड़ोसी देश बांग्लादेश के मोंगला और खेपुपारा इलाकों के बीच भूस्खलन की संभावना है। आईएमडी के वैज्ञानिकों ने बताया कि भूस्खलन के वक्त हवा की रफ्तार 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
मौसम विभाग ने कहा कि शनिवार तक नागालैंड, मणिपुर, असम और मेघालय में भी बारिश की संभावना है। इसमें कहा गया है कि चक्रवात मिधिली अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और मोंगला और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश तट को पार कर सकता है। आईएमडी के वैज्ञानिकों ने कहा है कि जब यह चक्रवाती तूफान बन जाएगा तो इसे ‘चक्रवात मिधिली’ नाम दिया जाएगा। यह नाम मालदीव द्वारा सुझाया गया है।
वहीं, 18 नवंबर की सुबह हवा की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार हो सकती है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को आंध्र प्रदेश के तट और उसके आसपास 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
यहां देखें देशभर से कुछ मौसम संबंधी अपडेट
- चक्रवाती तूफान के कारण 17 नवंबर को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और 18 नवंबर तक नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की बारिश होने की संभावना है।
- इसके अलावा, 17 और 18 नवंबर को दक्षिणी असम और पूर्वी मेघालय में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
- मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में मामूली क्षति की आशंका है।
- आईएमडी ने कहा कि 20 नवंबर तक तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की भी संभावना है।
- 19 और 20 नवंबर को ताजा पूर्वी लहर के कारण तमिलनाडु और केरल में भारी वर्षा होने की संभावना है।
- मछुआरों को शनिवार तक गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। इस दौरान समुद्र की स्थिति खराब रहेगी।
- आईएमडी के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि चक्रवात के प्रभाव के कारण ओडिशा के कई हिस्सों में, विशेष रूप से तटीय क्षेत्र में भारी वर्षा होगी। साथ ही 40 किमी प्रति घंटे से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
20 नवंबर तक ऐसा रहेगा झारखंड में मौसम
झारखंड के मौसम में ठंड का असर देखने को मिलने लगा है। रांची व आसपास के क्षेत्रों में खासकर जहां हरियाली अधिक है वहां अहले सुबह और देर रात कोहरे का असर दिखने लगा है। लोग ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करने लगे हैं। अबकी बार छठ पूजा के दौरान ठिठुरन का असर देखने को मिलेगा। हालांकि मौसम पूर्वानुमान में आने वाले पांच दिनों तक आसमान साफ रहने की बात कही गई है।
सर्दी से ठिठुरने लगे हरियाणावासी, ठंड दिखा रही तेवर
हरियाणा में धुंध और प्रदूषण अभी भी परेशान कर रहा है। वहीं मौसम में अब ठंडक का एहसास होना शुरू हो गया है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो आगामी दिनों में मौसम परिवर्तनशील रहेगा और ठंडी हवाओं के चलने की संभावना भी है। जिसके चलते मौसम में ठंडक का अहसास और अधिक बढ़ सकता है। अधिकतम तापमान 24 से 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जिसके चलते मौसम में ठंडक का एहसास और अधिक बढ़ सकता है।
बिहार में गुलाबी ठंड ने दी दस्तक, गिरा तापमान
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, बिहार में अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की संभावना है। बीते 24 घंटों के दौरान पटना समेत 21 शहरों के अधिकतम तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस के बीच व न्यूनतम तापमान 18-20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की संभावना है।
जहरीली हवा से पंजाब बेहाल, 317 तक पहुंचा AQI
पंजाब में पटाखों के जहरीले धुएं की वजह से दो दिन जहां एक्यूआई 500 तक पहुंच गया था, मगर अभी भी हालात नहीं सुधर पाए हैं। अब पराली का धुआं एक्यूआई को बिगाड़ रहा है। वहीं, गुरुवार को कुछ ज्यादा ही खराब एक्यूआई के हालात दिखे।
अधिकतम एक्यूआई 317, न्यूनतम 253 और एवरेज 287 पाया गया। जबकि दीपावली के दिन अधिकतम एक्यूआई 342, न्यूनतम 42, एवरेज 134 और दीपावली के अगले दिन अधिकतम एक्यूआई बढ़कर 500, न्यूनतम 76 और एवरेज 222 रिकॉर्ड किया गया था। इस हिसाब से देखें तो गुरुवार को न्यूनतम व एवरेज एक्यूआई सबसे ज्यादा खराब और घातक रहा है।