निजी इक्विटी फर्म विस्टा इक्विटी पार्टनर्स रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म में 2.32 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ 11,367 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पिछले दो हफ्तों में फेसबुक और सिल्वर लेक के शेयर अधिग्रहण के बाद यह जियो प्लेटफॉर्म की तीसरी डील है।
शुक्रवार को जारी एक बयान में रिलायंस ने कहा कि यह निवेश 4.91 लाख करोड़ के इक्विटी मूल्य और 5.16 लाख करोड़ के उद्यम मूल्य के साथ जियो प्लेटफॉर्म के साथ किया गया है।
इस बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि, ‘मैं खुशी से विस्टा का स्वागत करता हूं। यह एक मूल्यवान सहयोगी और वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों में से एक है।
हमारे अन्य निवेशकों की तरह विस्टा भी हमारे भारतीय डिजिटल ढांचे को लगातार बढ़ाने और बदलने के दृष्टिकोण को साझा करती है जो सभी भारतीयों के लिए लाभकारी होगा।’
विस्टा के चेयरमैन और सीईओ रॉबर्ट एफ स्मिथ ने कहा कि हम डिजिटल सोसायटी की क्षमता पर विश्वास करते हैं, जिसका जियो भारत के लिए निर्माण कर रहा है।
जियो की विश्वस्तरीय नेतृत्व वाली टीम के साथ-साथ एक वैश्विक अग्रणी के रूप में मुकेश की दूरदृष्टि ने इसे डाटा क्रांति को आगे बढ़ाने का मंच बनाया है।
हम भारत भर में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए जियो प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर काम करने को रोमांचित हैं। उन्होंने कहा कि यह आधुनिक उपभोक्ता, लघु व्यवसाय और उद्यम प्रदान करने वाली दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
अमेरिका की निजी कंपनी विस्टा इक्विटी पार्टनर्स एक वैश्विक निवेश फर्म है। जो उद्यम सॉफ्टवेयर, डाटा और प्रौद्योगिकी सक्षम करने वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करती है।
रिलायंस द्वारा अप्रैल में घोषित फेसबुक सौदे के मुकाबले विस्टा का निवेश 12.5 फीसदी प्रीमियम पर किया गया है। विस्टा का जियो में निवेश 2.32 प्रतिशत है।
जिससे यह फेसबुक को पीछे छोड़कर जियो में निवेश करने वाली सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। विस्टा की भारत में पहले से मौजूदगी है। उसके निवेश वाली कंपनियों में करीब 13,000 लोग नौकरी करते हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स एक अगली पीढ़ी की डिजिटल प्रौद्योगिकी कंपनी है। इसमें कंपनी की जियो एप, डिजिटल पारिस्थितिक और दूरसंचार एवं तेज गति की इंटरनेट सेवा शामिल है। कंपनी की दूरसंचार सेवा के देशभर में करीब 38.8 करोड़ उपभोक्ता हैं।
यह रिलायंस जियो में तीसरा सबसे बड़ा निवेश है। इससे पहले फेसबुक ने जियो में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी 43,534 करोड़ रुपये में और सिल्वर लेक ने 1.55 प्रतिशत हिस्सेदारी की खरीदने के लिए 5655 करोड़ का निवेश किया था। बता दें कि तीन हफ्ते के अंदर जियो प्लेटफॉर्म ने टेक्नोलॉजी निवेशकों से 60,596.37 करोड़ रुपये जुटाए हैं।