मानसून की बारिश को झेल रहे पाकिस्तान में पहले से ही बाढ़ के हालात हैं और अब वहां की मीडिया का आरोप है कि बिना किसी पूर्व सूचना के भारत की ओर से पानी छोड़ा गया है। इससे पाकिस्तान की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। यहां तक की पंजाब व खैबर पख्तूनख्वा में बाढ़ को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है।
मानसून की बारिश से पहले ही त्रस्त है पाक
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, बिना किसी पूर्व सूचना के भारत ने सतलज व अलसी डैम में पानी छोड़ दिया है। बता दें कि पाकिस्तान के कई हिस्सों में मानसून की लगातार हो रही बारिश के कारण पहले से ही देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ आ गई है। अलग-अलग घटनाओं में बच्चों सहित लगभग 34 लोगों की मौत की भी खबर है।
आज रात यहां तक पहुंच सकता है पानी, चेतावनी जारी
भारत द्वारा पानी छोड़ जाने के बाद सतलज नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पंजाब के प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) ने सोमवार को बाढ़ के लिए चेतावनी जारी कर दी। PDMA पंजाब के अनुसार, आज रात तक 125,000 व 175,000 क्यूसेक पानी गंडा सिंह वाला गांव तक पहुंच जाएगा।
सिंधु नदी में बाढ़ की आशंका
संबंधित एजेंसियों को इस बारे में संदेश जारी कर दिया गया है ताकि समय रहते एहतियात लिए जा सकें। इस बीच PDMA खैबर पख्तूनख्वा डायरेक्टर जनरल ने रविवार को कहा कि भारत ने बिना किसी पूर्व सूचना के अलसी डैम के आउटलेट्स को खोल दिया जिसके कारण सिंधु नदी में बाढ़ आ सकता है।
यहां तक पहुंच सकता है बाढ़ का पानी
उन्होंने विभिन्न प्रांत के डिप्टी कमिश्नरों को पत्र लिखकर आगाह किया। पत्र में उन्होंने यह भी जिक्र किया है कि अगले 12 घंटों में पानी तारबेला डैम पहुंचेगा और करीब 15-18 घंटों में डेरा इस्माइल खान में पहुंच जाएगा। अधिकारी ने प्रांत के अधिकारियों से तैराकी गतिविधियों व वोटिंग पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं।
गत 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने और वहां से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को भारत सरकार द्वारा हटाए जाने के बाद से भारत व पाकिस्तान दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंध हैं। जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ तमाम व्यापारिक व राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं।