चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप मैच में टीम इंडिया के हाथों मिली हार के बाद सरफराज अहमद की पाकिस्तानी टीम ने सही समय पर अपने खेल के स्तर को शीर्ष पर पहुंचाया.पाकिस्तान ने टीम इंडिया को 180 रन के बड़े अंतर से हरा दिया. जिस टीम की क्रिकेट समीक्षक फाइनल क्या सेमीफाइनल तक में पहुंचने की उम्मीद नहीं लगा रहे थे, उसने पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर अपने जीवट से हर किसी का दिल जीत लिया.
मैच में पाकिस्तान से पहले 50 ओवर में चार विकेट पर 338 रन बनाए और फिर गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बूते टीम इंडिया को 30.3 ओवर में 158 रन पर ढेर कर दिया. मैच में विराट ब्रिगेड का प्रदर्शन बुझा-बुझा रहा और हार्दिक पांड्या की तूफानी बल्लेबाजी को छोड़ दे तो टीम ने लगभग बिना संघर्ष के हार स्वीकार कर ली. इसे लेकर जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने एक ट्वीट किया, जिस पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट किया है. मीरवाइज ने पाकिस्तान की जीत पर ट्वीट किया, सब तरफ पटाखों की आवाज़ आ रही है. ऐसा लग रहा है कि ईद जल्दी आ गई. बेहतर खेलने वाली टीम का दिन रहा. पाकिस्तानी टीम को जीत की बधाई.
इस ट्वीट पर गौतम गंभीर ने लिखा- आपके लिए एक सुझाव है. आप बॉर्डर पार क्यों नहीं चले जाते? वहां आपको बेहतर पटाखे (चाइनीज?) और ईद का जश्न मिलेगा. मैं आपकी पैकिंग में मदद कर सकता हूं.
गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान की जीत को लेकर कई सेलीब्रिटीज ने ट्वीट किए हैं. पाकिस्तान को लेकर ‘बाप-बेटा’ वाला बयान देने वाले वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर पाक टीम को बधाई दी. उन्होंने लिखा, आज की बड़ी जीत पर पाकिस्तान टीम को बधाई. आपने अच्छा खेला और जीत के हकदार हैं. पाकिस्तान क्रिकेट के लिए बढ़िया परिणाम.
वहीं बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर ने भी ट्वीट करके पाकिस्तान को बधाई दी. हां, पाकिस्तान आपने हमें हरा दिया.आप अच्छा खेले, जीत की बधाई.
वहीं महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने हॉकी की टीम को जीत की बधाई दी है.
उल्लेखनीय है कि पहले तो रवींद्र जडेजा, आर अश्विन और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज कप्तान कोहली की उम्मीद पर खरे उतरे. एक और बात यह कोहली ने कप्तानी में कल्पनाशीलता नहीं दिखाते हुए अपनी मुश्किलें और बढ़ा लीं. जब जडेजा और अश्विन की जोरदार धुलाई हो रही थी तब उन्होंने लेग स्पिनर युवराज सिंह को गेंदबाजी देने का जोखिम नहीं लिया. वर्ल्डकप 2011 के मैन ऑफ द टूर्नामेंट युवराज अपनी गेंदबाजी से टीम को सफलता दिला सकते थे. कम से कम उन्हें गेंदबाजी का मौका तो दिया ही जा सकता था, लेकिन कोहली ने ऐसा नहीं किया. बांग्लादेश के खिलाफ मैच की दिशा बदलने वाले केदार जाधव को भी वे काफी देर बाद आक्रमण पर लाए. तब तक बहुत देर हो चुकी थी. पाकिस्तान टीम ने मैच को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया जहां से टीम इंडिया के लिए वापसी करना बेहद मुश्किल हो गया था. भारतीयों के लिए वाकई आज फील्ड में खराब दिन था. जसप्रीत बुमराह ने जहां तीन नो बॉल कीं वहीं, खास मौकों पर फील्डर भी विकेट पर निशाना लगाने से चूकते रहे.