इस्लामाबाद। हाल ही में पाकिस्तान में हुई सार्क मीटिंग में शामिल होने भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह वहां पहुंचे थे। वहां उनके भाषण को मीडिया में प्रसारित नहीं किया गया था। राजनाथ ने वहां आतंकी मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई इसलिए उनके भाषण को प्रसारित नहीं किया गया। ये मुद्दा अब विवादों की वजह बना हुआ है। इस मामले में अब नया खुलासा हुआ है कि राजनाथ सिंह की स्पीच का टेलिकास्ट रोकने का ऑर्डर पाकिस्तान सरकार ने नहीं, बल्कि वहां की आर्मी ने दिया था।
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर सुनाई खरी-खोटी
इतना ही नहीं इस बात का भी खुलासा हुआ है कि वो राजनाथ को किडनैप करना चाहते थे। बता दें कि इस्लामाबाद गए राजनाथ ने आतंकवाद के मुद्दे पर मेजबान देश को जमकर लताड़ लगाई थी। ऐसा पहली बार हुआ था कि इस मुद्दे पर भारत के किसी मंत्री ने पाकिस्तान को उसके घर में खरी-खरी सुनाई थी। पाक आर्मी के पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट ने जर्नलिस्ट्स से कहा था कि वे राजनाथ की स्पीच वाले इवेंट का कवरेज न करें। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बात का खुलासा वहां के सीनियर जर्नलिस्ट ताहिर नजमी ने खुद किया है। एक और जर्नलिस्ट के मुताबिक, सरकार और आर्मी, दोनों ही नहीं चाहते थे कि मीडिया इस इवेंट को ज्यादा तवज्जो दे।
क्या बोले थे राजनाथ
पाकिस्तान दौरे के बाद संसद में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया था। उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर दो टूक शब्दों मे कहा था कि आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए खतरा है। आतंकी किसी भी देश के लिए शहीद नहीं होता है। एक देश का आतंकी दूसरे देश के लिए शहीद कभी भी नहीं हो सकता। उन्होंने राज्यसभा में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में हुए सार्क समिट की जानकारी देते हुए कहा था कि सार्क के सभी देशों ने आतंकवाद की निंदा की। मैंने दुनिया के लिए आतंकवाद को सबसे बड़ा खतरा बताया। आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता बल्कि आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद होता है। आतंकियों के प्रत्यर्पण के लिए कड़े नियम को बनाए जाने की भी उन्होंने वकालत की।