New Delhi: जम्मू में सैकड़ों लड़कियों को दुर्गा वाहिनी कार्यक्रम के तहत ट्रेनिंग दी जा रही है। बता दें कि इस कैम्प में लड़कियों को खुद की रक्षा के लिए लाठी-डंडे और हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया।जब जम्मू में बेटियों ने थामी बंदूकें तो सबकी निगाहें उनपर अटक गईं। दुर्गा वाहिनी के कैंप में कई दुर्गाएं सश्क्त बन रही हैं। लड़कियों ने बताया कि हमें दुर्गा वाहिनी ट्रेनिंग में सेल्फ डिफेंस के तरीके बताए गए। सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ली लड़कियों का कहना है कि हर समय हमारे साथ हमारे माता-पिता नहीं होते हैं। ऐसी स्थिति में हमें खुद की रक्षा करनी आनी चाहिए। हमें इस ट्रेनिंग में बताया गया कि संकट की घड़ी में हम अपने आत्मसम्मान की रक्षा किस तरह कर सकते हैं।
बता दें कि जम्मू में वैसे भी पत्थरबाजों की वजह से अधिकांश संख्या में लोग परेशान हैं ऐसे में हर किसी को अपनी सुरक्षा करनी होगी, क्योंकि पुलिस भी तुरंत किसी के पास सुरक्षा करने नहीं पहुंच पाती है। दुर्गा वाहिनी की संयोजिका ने बताया कि शिविर के माध्यम से महिलाओं को शारीरिक, मानसिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है। ताकि वह देश में हो रहे महिलाओं पर अत्याचार का डटकर सामना कर सके। और इन सबके लिए सबसे जरूरी है आत्मरक्षा का प्रशिक्षण।
बता दें, कि दुर्गा वाहिनी राष्ट्र को सशक्त बनाने और महिला को सबल बनाने के लक्ष्य को लेकर निरंतर जुटी है। कैम्प में महिलाओं को शारीरिक मजबूती, जूडो-कराटे , बंदूक चलाने और निशानेबाजी की पूरी ट्रेनिंग दी जा रही है। जिससे ये न सिर्फ अपनी, बल्कि अपने साथ की लड़कियों की भी रक्षा कर सकेंगी। ‘दुर्गा वाहिनी’ का दावा है कि इस ट्रेनिंग के बाद ये लड़कियों किसी से भी निपटने में पूरी तरह से तैयार होंगी।