स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में लोकसभा में एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें सामने आया था कि पंजाब के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 336 डॉक्टरों की जरूरत है, जबकि स्वीकृत सिर्फ 298 पद हैं। इन केंद्रों पर सिर्फ 55 विशेषज्ञ डॉक्टर ही काम कर रहे हैं। इस तरह 281 डॉक्टरों की कमी है।
पंजाब सरकार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए प्रयास शुरू किए हैं। नेशनल हेल्थ मिशन 130 विशेष डॉक्टरों की भर्ती करने जा रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर फिलहाल 72 प्रतिशत डॉक्टर कम है। स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ था।
एनएचएम पंजाब की तरफ से अनुबंध पर यह भर्ती की जा रही है, जिसमें 29 स्त्री रोग, 37 बाल रोग, 31 मेडीसिन, 4 मनोरोग, 14 जनरल सर्जरी और 15 रेडियोलॉजी विशेषज्ञ शामिल हैं। इन सभी की अमृतसर, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, गुरदासपुर, जालंधर, मानसा, संगरूर, मोहाली समेत अन्य जिलों के सीएचसी में तैनाती की जाएगी।
प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी है। विशेषज्ञ डॉक्टर प्रदेश में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं, जिस कारण अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। हाल ही में सरकार ने 400 पदों पर नियमित भर्ती की थी, लेकिन इसमें से 30 प्रतिशत डॉक्टरों ने जॉइन नहीं किया था। सरकार ने नोटिस जारी करके इन डॉक्टरों को चेतावनी दी थी, लेकिन बावजूद इसके अधिकतर डॉक्टर जॉइनिंग के लिए नहीं आए।