पंजाब में लॉकडाउन का असर अब दिखाई देने लगा है। स्कूल और कॉलेज बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने पंजाब व केंद्र सरकार से सभी टैक्स माफ करने की मांग की है। एसोसिएसन ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नही मानी गई तो वह न केवल संघर्ष तेज करेंगे बल्कि अपनी बसों की चाबियां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर रखेंगे।

स्कूल और कॉलेज बस ऑपरेटर एसोसिएशन पंजाब के प्रधान गुरप्रीत सिंह हैपी, उपाध्यक्ष जसमीत सिंह, महासचिव राजविंदर सिंह ने बताया कि सरकार ने लॉकडाउन में सभी वर्गों को राहत दी है लेकिन स्कूल कॉलेज बस ऑपरेटरों की अनदेखी कर दी। उन्होंने बताया कि पिछले एक-दो वर्षों के दौरान पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा जारी निर्देशों का पालन किया है। मार्च से स्कूल-कॉलेज बंद हैं। बसें नही चल रही हैं। बसें ऑपरेटरों की आमदनी के साधन खत्म हो चुके हैं। खड़ी बसों के टैक्स, किश्त, पासिंग, बीमा आदि का खर्च लगातार बढ़ रहा है। गुरप्रीत सिंह हैपी ने कहा कि ऑपरेटरों को बैंकों और फायनांसरों की धमकियां आ रही हैं।
उन्होंने केंद्र व पंजाब सरकार से मांग की कि जब तक स्कूल कॉलेज पूरी तरह से नहीं खुलते, तब तक टैक्स, बीमा, पासिंग व किश्तों आदि पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि सरकार बैंकों को निर्देश जारी करे कि वह बस ऑपरेटरों को परेशान न करें। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नही मानी तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज करते हुए वे अपनी बसों की चाबियां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर रखेंगे। इस अवसर पर एसोसिएशन के सचिव प्रदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुखदेव सिंह, अवतार सिंह, धीरा सिंह व बलविंदर सिंह समेत कई ऑपरेटर मौजूद थे।
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