पंजाब में बाढ़ पीड़ितों की मदद और राहत पैकेज के संदर्भ में केंद्र और सूबे की सरकार के बीच टकराव की स्थिति बढ़ती जा रही है। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार अब दूसरे चरण में 25 और केंद्रीय राज्य मंत्रियों को पंजाब भेजेगी जबकि पहले चरण में 25 मंत्री विभिन्न जिलों का दौरा कर लौट चुके हैं। ये केंद्रीय मंत्री बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का दौरा कर वहां पीड़ितों से रूबरू होकर उन्हें यह समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार किस तरह उनके साथ खड़ी है। दोनों चरणों के दौरे के बाद सभी 50 केंद्रीय राज्य मंत्री अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंपेंगे। प्रधानमंत्री ने पंजाब में अपने बाढ़ दौरे के दौरान 1600 करोड़ रुपये का राहत पैकेज घोषित किया था।
गृहमंत्री अमित शाह का दावा है कि इनमें से 805 करोड़ रुपये विभिन्न योजनाओं के तहत राज्य सरकार व लाभार्थियों को जारी किए जा चुके हैं। दूसरी ओर, पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा कहते हैं कि पीएम द्वारा घोषित 1600 करोड़ में से राज्य सरकार को अभी कुछ नहीं मिला है। इसी के चलते पंजाब के लोगों में भारी संशय की स्थिति है। इसको दूर करने और मदद के साथ-साथ पंजाबियों में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए भाजपा ने खास रणनीति तैयार की है। इसके लिए केंद्र ने 25-25 केंद्रीय मंत्रियों की दो विशेष टीमें गठित की हैं, जो स्थानीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ दो चरणों में बाढ़ ग्रस्त इलाकों तक पहुंचकर लोगों तक पहुंच रही हैं। पहला पूरा हो गया है और अब दूसरा चरण शुरू होने वाला है।
कहां-कैसे खर्च होगी राशि, लोगों को बताएंगे
राहत पैकेज में से कुछ भी न मिलने के पंजाब सरकार के दावे को खारिज करते हुए ये मंत्री लोगों को बताएंगे कि केंद्र की ओर से जारी राहत राशि किस मद में आई है और कहां-कैसे खर्च होगी। कुछ राहत राशि केंद्र की ओर से डायरेक्ट बेनिफिट स्कीमों (डीबीटी) के अंतर्गत सीधे लाभार्थियों के खाते में जाएगी। पंजाब भाजपा के नेता अनिल सरीन, राकेश राठौड़ व सूरज बताते हैं कि दूसरे चरण के सभी केंद्रीय मंत्रियों का शेड्यूल तय हो चुका है। उनके साथ स्थानीय नेता व कार्यकर्ता भी रहेंगे। लोगों को बताया जाएगा कि पांच साल में केंद्र से पंजाब को कितना आपदा फंड मिला है और वर्तमान में सरकार के पास कितना फंड मौजूद है।
ये केंद्रीय राज्यमंत्री आएंगे
दूसरे चरण में केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद, सुशील शोभा करंदलाजे, बीएल वर्मा, संजय सेठ, रवनीत सिंह, हर्ष मल्होत्रा, डॉ. आई मुरुगन, जॉर्ज कुरियन, प्रो. एसपी सिंह बघेल, रक्षा निखिल खडसे, भागीरथ चाैधरी, अर्जुन राम मेघवाल, मुरलीधर मोहोल, राज भूषण चाैधरी, बंदी संजय कुमार, पंकज चाैधरी, डॉ. जितेंद्र सिंह, प्रतापराव गणपतराव जाधव, सुकांता मजूमदार, जितिन प्रसाद, कृष्ण पाल, श्रीपाद येसो नाइक, कमलेश पासवान, चंद्रशेखर पेम्मासानी, सावित्री ठाकुर, अजय टम्टा, दुर्गादास अलके, निमुबेन जयंतीभाई बम्भानिया, सतीश चंद्र दुबे, सोमन्ना वीरन्ना बाढ़ पीड़ितों क्षेत्रों का दौरा करेंगे। ये मंत्री पंजाब के साथ-साथ हरियाणा, हिमाचल व जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी पीड़ितों से मिलेंगे।