बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी न सिर्फ बिहार में कारगर होती दिख रही है बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी उसका दमदार असर होता दिख रहा है। नीतीश कुमार ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वहां शराबबंदी के समर्थन में रैली भी की थी। शायद यही वजह है कि यूपी में भी अब लोग शराबबंदी की मुहिम में जुटने लगे हैं। ताजा मिसाल राजधानी लखनऊ से सटे सीतापुर जिले का है, जहां एक किसान ने अपने बेटे की शादी के कार्ड पर लोगों को शराब ना पीकर आने का संदेश छपवाया है।

सीतापुर के बलियापुर गांव के रहने वाले किसान कैलाश प्रसाद के बेटे अश्विनी की शादी 13 जून को होनी है। इसके लिए उन्होंने जो कार्ड छपवाया है, उसपर लिखा है, “शराब पीकर बारात में आना सख्त मना है।” कार्ड पर शराबबंदी का संदेश पढ़कर रिश्तेदार और अन्य लोग भी खुश हैं और उनकी इस पहल की सराहना कर रहे हैं।
कैलाश प्रसाद ने बताया कि नशा एक समाजिक बुराई है। इसलिए वो नहीं चाहते कि उनके बेटे की शादी में किसी तरह की कोई बुराई शामिल हो। प्रसाद के मुताबिक यही सोच को उन्होंने सभी रिश्तेदारों के बीच साझा करने को सोची, इसलिए उस संदेश को शादी के कार्ड पर छपवा दिया। उन्होंने बताया कि हो सकता है कि कुछ लोगों को ये बुरा लगे। लेकिन एक बार की बुराई हमेशा की बुराई खत्म कर सकती है। शादी कार्ड पर शराबबंदी के संदेश के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान का भी संदेश छपवाया गया है। स्वच्छता अभियान का लोगो भी कार्ड पर छपवाया गया है।
राजस्थान के झालावाड़ में एक शादी कार्ड पर श्लोकों की जगह छपा है स्वच्छता का संदेश। (स्क्रीशॉट)
बता दें कि इससे पहले भी लोगों ने शादी के कार्ड पर पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर शादी के कार्ड पर वैदिक मंत्रों की जगह स्वच्छता के गीत के मुखड़े और उससे जुड़े संदेश छपवाए हैं। हाल ही में बिहार के पूर्णिया जिले के बिरनिया गांव में भी एक दूल्हे ने अपनी शादी के कार्ड में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और बिन शौचालय दुल्हन का श्रृंगार अधूरा है’ का संदेश छपवाया था।
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