उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में असोथर थाना क्षेत्र के एक गांव में लापता सगी बहनों के सोमवार शाम करीब 7 बजे तालाब में उतराते शव मिलने के बाद में गांव में दहशत का माहोल है। सगी बहनों की आंख और सिर पर चोट के निशान देखकर ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताई है।
ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने से रोक दिया। करीब 2 घंटे बाद पुलिस शवों को किसी तरीके से कब्जे में लेकर थाने पहुंची। उधर, देर रात को एसपी प्रशांत वर्मा और एडिशनल एसपी राजेश कुमार समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।
एसपी ने घटनास्थल का जायजा लिया। असोथर थाना क्षेत्र निवासी दो बहनें घर से दोपहर 12 बजे निकली थी। शाम तक बहनें घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। गांव के किनारे तालाब में देर शाम दोनों के शव उतराते मिले।
ग्रामीणों ने शवों को बाहर निकाला। बहनों की आंखों और सिर पर चोट के निशान देख हत्या की आशंका जताई जा रही है। बहनों के चाचा ने दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई है। एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम में हालात स्पष्ट हो जाएंगे।
असोथर थाना क्षेत्र के गांव में बहनों के करीब शाम के 7:00 बजे करीब शव मिलने से खफा ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। चाचा का आरोप है कि उन दोनों के शरीर पर चोटों के निशान थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि दोनों के आंखों को फोड़ दी।
इस दौरान पुलिस ने जबरन शव को उठाया। विरोध करने पर परिजनों से पुलिस ने हाथापाई की। परिजनों ने अधिकारियों से मांग की शवों को गांव दोबारा लाया जाए। उनके सामने ही पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाए। इसी मांग को लेकर ग्रामीणों की भीड़ लगी रही। रात करीब 12:30 बजे तक डीएम एसपी समेत प्रशासन मौके पर मौजूद रहा।
एसएसपी फतेहपुर ने बताया कि छिछनी गांव से एक भ्रामक सूचना सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है। दोनों बच्चियों के हाथ बंधे थे और आंखें फोड़ दी गई हैं। ये खबर गलत है। प्रथम दृष्टया मामला डूबने से मौत का लग रहा है। शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।