प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर में दिल्ली स्थित रामलीला मैदान में धन्यवाद रैली के जरिये भाजपा के चुनावी अभियान का शंखनाद करेंगे। आठ फुट ऊंचे और 80 फुट लंबे मंच से प्रधानमंत्री हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करेंगे। अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने पर हो रही धन्यवाद रैली में प्रदेश भाजपा 11.5 लाख धन्यवाद हस्ताक्षर वाले पत्र भी उन्हें सौंपेगी। दिल्ली में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गैर चुनावी रैली कर रहे हैं।
रामलीला मैदान नो-फ्लाई जोन घोषित
रामलीला मैदान के आस-पास के स्थानों को केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने नो-फ्लाई जोन घोषित किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि एजेंसियों को इस तरह के इनपुट मिले हैं कि कुछ लोग प्रधानमंत्री मोदी की रैली को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं। रामलीला मैदान के आसपास करीब 5,000 सुरक्षाबल, स्नाइपर्स और ट्रैफिक सुरक्षाबल प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
एनएसजी के अलावा एंटी-एयरक्राफ्ट और एंटी-ड्रोन स्क्वॉड तैनात
दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसी भी एयर स्ट्राइक से बचने के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के एंटी-एयरक्राफ्ट और एंटी-ड्रोन स्क्वाड को तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तीन स्तरों की सुरक्षा की गई है। जिसमें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) और दिल्ली पुलिस के अधिकारी शामिल हैं।
अभेद्य होगी पीएम की सुरक्षा
रंधावा ने बताया कि एसपीजी कमांडोज सुरक्षा कवर का अंदरुनी घेरा बनाएंगे, वहीं दिल्ली पुलिस के अधिकारी बीच वाले घेरे में रहेंगे। वहीं बाहरी घेरे में स्थानीय पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान या उसके आस-पास धारा 144 लागू नहीं है। दरअसल, शुक्रवार की नमाज के बाद नागरिकता कानून को लेकर दरियागंज में विरोध प्रदर्शन हुआ था।
रंधावा ने कहा कि धारा 144 केवल लाल किले के आसपास के इलाकों में लागू है। रामलीला मैदान में 20 डिप्टी कमिश्नर की तैनाती की गई है। केंद्रीय सुरक्षा बल जैसे कि रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल के लगभग 2,000 कर्मियों को रैली स्थल पर तैनात किया गया है। यह तैनाती दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां के कमांडो के अलावा है।
पीएम की रैली के दौरान हमले की आशंका