तेलंगाना में कोरोना के खौफ से अपनों का अंतिम संस्कार से इंकार, केरल में CDR कलेक्‍शन पर बवाल

कोरोना संक्रमण के भय से एक ही परिवार के दो लोगों की मौत के बाद शवों के साथ परिजनों ने ही अमानवीय व्यवहार किया। कुछ घंटों के अंतराल पर मरने वाले दो लोगों के शवों का अंतिम संस्कार करने से परिजनों ने ही इंकार कर दिया। बाद में पुलिस और नगरपालिका ने अपने स्तर से अंतिम संस्कार किया। यह मामला तेलंगाना के संगारेड्डी का है। वहीं केरल में संक्रमण की रोकथाम के लिए कोरोना मरीजों की सीडीआर हासिल करने पर विवाद छिड़ गया है।

घंटों घर के बाहर पड़ा रहा शव

समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, संगारेड्डी में आठ सदस्यों वाले परिवार में 35 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। चिकित्सकों की सलाह पर वह घर में ही क्वारंटाइन हो गया। बुधवार रात उसकी मौत हो गई। वहीं परिवार की 65 वर्षीय वृद्धा की भी गुरुवार को मौत हो गई। इसकी किसी भी तरह की जांच नहीं हुई थी। पुलिस के अनुसार, युवक का शव घंटों घर के बाहर पड़ा रहा।

पुलिस ने किया अंतिम संस्कार

पड़ोसियों ने परिजनों से दोनों शवों का अंतिम संस्कार करने को कहा, लेकिन भय के चलते उन्होंने इससे इंकार कर दिया। बाद में पुलिस के साथ नगर निगम ने अपने स्तर से शवों का अंतिम संस्कार किया। पुलिस के अनुसार, परिवार के अन्य सदस्यों की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। देखा का जा रहा है क‍ि कोरोना संक्रमण का खौफ सभी रिस्‍तों पर भारी पड़ रहा है और लोग अपनों के दाह संस्‍कार से इनकार करने लगे हैं।

केरल में सीडीआर हासिल करने पर विवाद

दूसरी ओर कोराना मरीजों के संपर्क में आए लोगों (कांटेक्ट ट्रेसिंग) का प्रभावी तरीके से पता लगाने के लिए केरल में पुलिस को मरीजों की सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉ‌र्ड्स) हासिल करने की अनुमति दिए जाने से विवाद पैदा हो गया है। कांग्रेस ने गुरुवार को राज्य की वामपंथी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह नागरिकों की निजता का उल्लंघन है।

निजता का उल्लंघन

राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष रमेश चेन्नीथला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पुलिस द्वारा सीडीआर हासिल करना लोगों की निजता का उल्लंघन है जो केएस पुट्टास्वामी मामले में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के भी खिलाफ है। उन्होंने इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग करते कहा कि विपक्ष इसके खिलाफ आवाज बुलंद करेगा और राज्य को ‘पुलिस स्टेट’ नहीं बनने देगा। उन्होंने दावा किया कि कुछ स्थानों पर टेलीकॉम ऑपरेटर्स सीडीआर भेजने में विलंब कर रहे थे, लिहाजा उनसे बातचीत का जिम्मा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) को सौंपा गया है।

निजता में कोई घुसपैठ नहीं

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कहना है कि कोरोना मरीजों के संपर्क में आए लोगों का प्रभावी तरीके से पता लगाने के वैज्ञानिक एवं इनोवेटिव तरीकों के तहत पुलिस सीडीआर का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन सीडीआर का इस्तेमाल किसी और कार्य के लिए नहीं किया जाएगा और मरीजों की निजता में कोई घुसपैठ नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि संपर्क में आए लोगों का पता लगाने का यह सबसे प्रभावी तरीका है और राज्य में कुछ महीनों से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।

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