सदन में तीन तलाक बिल पारित होने के बाद जहां मुस्लिम समाज की महिलाओं में खुशी की लहर है. मुस्लिम महिलाओं से एक साथ तीन तलाक को अपराध करार देने वाला विधेयक अब कानून का रूप ले चुका है. मुस्लिम महिलाएं इसके लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त कर रही हैं, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से तीन तलाक कानून बनने के बाद सूबे में पहला मामला दर्ज हुआ हैं.
सहसपुर थाने में ये मामला दर्ज हुआ हैं, जहां एक महिला ने अपने शौहर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. बताया जा रहा है कि महिला केदारावाला गांव की निवासी है. उसके पति असलम ने उसे तीन तलाक कहकर छोड़ दिया था, जिसके बाद पीड़िता पुलिस थाने पहुंची और अपने पति असलम के खिलाफ मामला दर्ज कराया. वहीं, पुलिस का कहना है कि शिकायत दर्ज कर जांच आरंभ कर दी गई है. उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएंगी.
मुस्लिम महिलाओं से एक साथ तीन तलाक को अपराध घोषित करने वाले ऐतिहासिक विधेयक को बुधवार (31 अगस्त) देर रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हस्ताक्षर करते हुए मंजूरी दे दी है. राष्ट्रपति के इस विधेयक पर हस्ताक्षर करने के साथ ही मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक अब कानून का रूप ले चुका है. इस कानून को 19 सितंबर 2018 से प्रभावी माना जाएगा.