अक्सर विवादों में रहने वाले खानपुर के भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का एक नया वीडियो सोशल मीडिया में जारी हुआ है। हालांकि यह वीडियो कब का है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वीडियो को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हैं। इस वीडियो को कुछ ही देर में हजारों लोगों ने देख लिया है।
विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का मंगलवार देर रात एक वीडियो वायरल होते ही चर्चाओं में आ गया। वीडियो में चैंपियन डांस करते नजर आ रहे हैं। फिल्मी गाने पर डांस के दौरान वह हाथों में बंदूक लिए हैं। साथ ही दो पिस्टल भी उनके हाथ में दिखाई दे रही है। बाद में एक पिस्टल मुंह में दबाकर भी वह डांस करते नजर आए। इस दौरान शराब पीते भी वह दिखाई दिए। डांस के दौरान वे अभद्र भाषा का भी प्रयोग कर रहे हैं। साथ ही, उत्तराखंड के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग भी उन्होंने इस वीडियो में किया है।
वीडियो में चैंपियन दोनों हाथों में हथियार पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। साथ में तीन-चार लोग भी हैं। यह वीडियो कब का हैं, इसे लेकर कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि पिछले तीन सप्ताह से चैंपियन खानपुर में नहीं हैं। वे दिल्ली बताए जा रहे हैं। पिछले दिनों लंढौरा में नगर बोर्ड की बैठक में चैंपियन ने नगर पालिकाध्यक्ष को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य खराब होने की बात कही थी।
विधायक चैंपियन ऐसे वीडियो और आपत्तिजनक भाषा के लिए कई बार विवादों में आ चुके हैं। भाजपा ने उन्हें उनके अभद्र व्यवहार के लिए तीन माह के लिए सदस्यता से निलंबित किया है। इस संबंध में विधायक से किसी प्रकार का संपर्क नहीं हो पाया। देर रात भाजपा के प्रदेश नेतृत्व से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी है।
सख्त एक्शन ले सकती है पार्टी-
हरिद्वार जिले की खानपुर सीट के चर्चित भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ पार्टी सख्त एक्शन ले सकती है। उत्तराखंड से भाजपा के राज्यसभा सदस्य और पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने कहा, इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगी पार्टी। ऐसी ही हरकतों के कारण उन्हें तीन महीने के लिए पार्टी निलंबित कर चुकी है।
भेजा जा रहा है नोटिस-
खानपुर के भाजपा विधायक कुवंर प्रणव चैंपियन के वायरल हुए वीडियो को लेकर पार्टी गंभीर है। भाजवपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के अनुसार चैंपियन को नोटिस भेजा जा रहा है। साथ ही पूछा जा रहा है कि इस आचरण के लिए क्यों न उन्हे पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए।