बस्ती बावा खेल कच्चा कोट के नजदीक तारा सिंह एवेन्यू में दो लुटेरे महिला कमलजीत कौर की हत्या कर उसका आइफोन लूट ले गए। हमलावरों ने घर में मौजूद महिला के बेटे सर्बजीत सिंह को बंधक बना लिया था व घर में बंधे कुत्ते को भी घर के अंदर बंद कर दिया था।
घर में मौजूद काम करने वाली यह देख कर छत पर गई और शोर मचा कर लोगों को इकट्ठा कर लिया तबतक आरोपित फरार हो गए।घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो दो व्यक्ति दोपहर 1:26 मिनट पर मोहल्ले में एक बंद घर की रेकी करते नजर आए। बाद में 1:42 मिनट पर महिला के घर में दाखिल हुए और करीब 10 मिनट में वारदात को अंजाम देकर वहां से 1:52 पर निकल गए।
पुलिस ने मात्र दो घंटे में ही फोन की लोकेशन को ट्रेस कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के पास से दर्जन भर मोबाइल सहित वो आइफोन भी मिला, जिसे वो हत्या कर लूट ले गए थे। पुलिस को आरोपितों के पास से तेजधार हथियार और कटर बरामद भी हुआ।
आरोपितों की पहचान संतोषी नगर निवासी राजकुमार और रोशन सिंह भट्ठा निवासी कमलेश कुमार के रूप में हुई है। डीसीपी जसकिरण जीत सिंह तेजा ने बताया कि आरोपित सीसीटीवी कैमरा में भी कैद हो गए थे और उनकी लोकेशन भी पुलिस ने ट्रेस कर ली थी। आरोपित घर में लगा डीवीआर भी ले गए थे, जो पुलिस ने बरामद कर लिया है।
डीसीपी तेजा ने बताया कि तारा सिंह एवेन्यू में वीरवार दोपहर को कलजीत कौर, उसका बेटा सर्बजीत सिंह और उनके यहां काम करने वाली महिला घर पर मौजूद थी। उसी दौरान लुटेरे उनके घर में दाखिल हुए और महिला ने उनको पकड़ लिया और चिल्लाना शुरू कर दिया। लुटेरों ने बचने के लिए महिला की गर्दन पर वार किए और उसे मौत के घाट उतार दिया।
हमलावरों ने घर में मौजूद महिला के बेटे सर्बजीत सिंह को बंधक बना लिया था। आरोपित हत्या करने के बाद शोर सुनकर घर में पड़ा आइफोन ही उठा कर फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को सिविल अस्पताल में पहुंचाया और मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस कर दो घंटे में ही सलेमपुर में एक खाली प्लाट से गिरफ्तार कर लिया।
चोरी की प्लेनिंग से आए थे आरोपित
गिरफ्तार आरोपित कमलजीत के घर पर लूटपाट करने नहीं आए थे। लुटेरों ने इलाके में रेकी कर बंद पड़े घर में चोरी की प्लानिंग की थी। आरोपित चोरी करने पहुंचे तो वहां एक सीसीटीवी देख वापस मुड़ने लगे। कमलजीत कौर सफाई करते बाहर निकली तो उन्हें लगा वो घर में अकेली है।
वह उसके पीछे ही घर में लूट करने की नीयत से पहुंचे लेकिन कमलजीत के शोर मचाने पर हत्या कर दी। डीसीपी ने बताया कि राजकुमार को आठ साल पहले हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में जमानत पर आकर उसने हेरोइन बेचना शुरू कर दिया।