कई अध्ययनों से यह बात साफ हो चुकी है कि ग्रीन टी, स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है और इसे खाना खाने के बाद पीने से काफी आराम मिलती है, गैस की समस्या दूर हो जाती है।
लेकिन कुछ शोध से पता चला है कि इसमें विटामिन की जगह कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। वैसे सही स्वास्थ्य के लिए चाय पीने का समय और तरीका भी बहुत मायने रखता है।
अगर आप ग्रीन टी को भी गलत समय पर पीते हैं तो वो उतना फायदा नहीं करेगी, जितना करना चाहिए। ग्रीन टी, सैलाइवा और पित्त का निर्माण करने में सहायक होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं और ये शरीर को बूस्ट करने में हेल्प करते हैं। ग्रीन टी फेस पैक लगा कर बन जाएं रानी
ग्रीन टी और हर्बल टी में पॉलीफेनोलिक सब्सटेंस होते हैं जिन्हें कैचेचिन्स कहा जाता है जो पाचन एंजाइम्स पेप्सिन को ब्रेकडाउन कर देते हैं और उन्हें भोजन को पचाने के लिए उत्तेजित करते हैं। इसके अलावा, ग्रीन टी में शरीर की विषाक्तता को दूर करने के तत्व भी होते हैं।
इसके अलावा, इसको पीने से वजन भी कम हो जाता है। अगर सीने में जलन होती है तो इसको पीने से आराम मिल जाता है।
शरीर को ग्रीन टी पीने से काफी लाभ होता है। आप कोशिश करें कि इसके फ्लेवर न लें बलिक इसकी सादा चाय ही पिएं। फ्लेवर्ड ग्रीन टी बहुत फायदेमंद नहीं होती है।
जब आप ग्रीन टी लें तो ध्यान में रखें कि आपको नेचुरल फॉर्म ही हो और उसमें कम से कम प्रिजर्वेटिव मिले हों। आप चाहें तो इसकी खुली हुई पत्तियों को भी ले सकते हैं जो काफी फायदेमंद होती हैं।
आप 6 महीने पुरानी ग्रीन टी को इस्तेमाल न करें। क्योंकि इसके फायदे आधे हो जाते हैं और कोशिश करें कि गर्म ग्रीन टी ही पिएं। ठंडी ग्रीन टी ज्यादा फायदा नहीं करती है।