एजेंसी/ अच्छी सेहत के लिए सेक्स बहुत जरूरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेक्स करने के लिए भी तय दिन होता है। जी हां, अगर आप एक खास दिन सेक्स करेंगे तो आप सारी टेंशन छू मंतर हो जाएगी।सेक्स को लेकर कई प्रकार के मिथ हैं| इन मिथों को लोगो की अधिक संख्या सच की तरह लेते हैं ऐसे में लोग जीवनभर गलतियां करते रहते हैं.. द गार्डियन की एक रिसर्च सूचना के आधार पर हम बता रहे सेक्स से जुड़े मिथ और वास्तविकता| यह अवास्तविक है। ब्लड प्रेशर ऊपर जाता है। यद्यपि थोड़े अवधि के लिए ही ऊपर जाता है। ऐसी बहुत कम सूचना सामने आई है कि सेक्स के की अवधि में किसी को स्ट्रोक या हार्ट अटैक आया हो। ब्लड प्रेशर बढ़ता है लेकिन बहुत हाई लेवल तक नहीं जाता यह पूर्णतया निश्चित है। बायलॉजिकल साइकॉलजी सर्वेक्षण क्षण में बताया गया है कि सेक्सुअल एक्टिविटी दैनिक क्रिया की भांति होनी चाहिए। इस सर्वेक्षण में उन लोगों का ब्लड प्रेशर जाँचा गया था जो सार्वजनिक स्पीच देते हैं। पाया गया कि जो नियमित करते हैं उन्होंने बढ़िया और स्थिरतापूर्वक जवाब दिया सम्पूर्ण रूप में सही है। अल्कोहल की छोटी मात्रा महिलाओं में मेल सेक्स हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन को उत्तेजित करती है। कामप्रवृति को उत्तेजना मिलती है। यह बात प्रकृति में पब्लिश एक रिसर्च सूचना के आधार पर कही जा रही है यह गलत है। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के शोधकर्ताओं के मुताबिक थर्डसे सेक्स के लिए सबसे बढ़िया समय होता है क्योंकि थकान उत्पन्न करने वाला केमिकल कोर्टिसोल पूरे सप्ताह होता है और इसी से Sex hormones निकलते हैं। यह गुरुवार को शिखर पर होता है गलत! जिनके साथी नहीं हैं उनमें 80 प्रतिशत महिलाएं भी सेक्स को लेकर कल्पना में भटकती हैं। पुरुषों में यह आंकड़ा 98 प्रतिशत है।यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेरीलैंड के शोध के मुताबिक सेक्स से अस्थि-मांस संयोजक तंत्रों को ऊर्जा और वेग देता है। यह ब्रेन के लिए काफी लाभदायक होता है। लॉन्ग टर्म मेमोरी के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। जो सेक्स नहीं करते वे संकोच से भरपूर होते हैं और कई बार यह संकोच उनके लिए अवरोध बनती है।बिल्कुल गलत। कनाडा स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्यूबैक के अनुसार यह सही नहीं है। ट्रेड मिल पर प्रति मिनट पुरुषों में 9.2 कैलोरीज बर्न होती है जबकि सेक्स से 4.2। ट्रेड मिल से महिलाओं में प्रति मिनट 7.2 कैलोरीज बर्न होती है|