जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच बीती रात से मुठभेड़ जारी है. कुछ आतंकियों के घिरे होने की आशंका है. इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की नाकेबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया था. सेना के अधिकारियों के मुताबिक- ऑपरेशन के दौरान ही आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसका भारत की ओर से माकूल जवाब दिया जा रहा है. इससे पहले कल सेना ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि उसने नौशेरा सेक्टर में उन पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया जहां से आतंकियों की घुसपैठ होती है.
रजौरी के नौशेरा सेक्टर में 9 और 10 मई को सेना ने यह कार्रवाई की. सेना की ओर से पाकिस्तानी पोस्ट पर 11 गोले दागे गए. मेजर जनरल अशोक नरूला ने कहा कि सेना का तर्क है कि उन्हीं पोस्ट को निशाना बनाया गया जहां से आतंकियों को मदद मिलती है. इसके पीछे मंशा पाकिस्तान को साफ संदेश देने की है कि आतंकी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.
उधर- रक्षामंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा कि नियंत्रण रेखा पर सेना की कार्रवाई का सरकार समर्थन करती है. जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए इस तरह की कार्रवाई जरूरी है, हालांकि पाकिस्तान इससे पहले इनकार कर चुका था कि उसकी किसी पोस्ट को निशाना बनाया गया है.
29 सितंबर को पाकिस्तान में आतंकियों के कई ठिकानों पर भारत ने एक बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. ये संदेश देने के लिए कि आतंकियों के खिलाफ भारत किसी भी हद तक जा सकता है. उसके बाद हुई ये ताज़ा कार्रवाई सर्जिकल स्ट्राइक तो नहीं है, लेकिन इसमें भी पाकिस्तान और आतंकियों के लिए संदेश वही है कि सीमापार से आतंकवाद किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.