केंद्रीय राज्य मंत्री खेल एवं युवा मामले के मंत्री किरण रिजिजू ने जम्मू कश्मीर में स्थानीय युवाओं के समग्र विकास के लिए विभिन्न योजनाओं को शुरू करने के संकेत दिए।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में खेल प्रतिभाओं को चिन्हित कर उन्हें ओलंपिक में भेजने के लिए हर प्रकार की सुविधा दी जाएगी। गादंरबल में राष्ट्रीय एकता शिविर में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में रिजिजू ने कहा कि कश्मीर में रोजगार के नए अवसर पैदा किए जाएंगे।
गांदरबल में राष्ट्रीय एकता शिविर और शनिवार को गुलमर्ग में शुरू हो रहे ङ्क्ष वॉटर गेम्स से कश्मीर में पर्यटन व खेल गतिविधियां जोर पकड़ेगी।
जम्मू कश्मीर में विशेषकर कश्मीर में खेल ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री पैकेज के तहत पूरे जम्मू कश्मीर में खेल ढांचा विकसित किया जा रहा है।
कई परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। कई अन्य निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। कश्मीर के युवाओं में खेल प्रतिभा की कोई कमी नहीं हैं। जम्मू कश्मीर में नवोदित खेल प्रतिभाओं को चिन्हित किया जा रहा है।
खेल एवं युवा मामले केंद्रीय राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर के समग्र विकास के लिए हर प्रकार से सहयोग करेगी।
यहां पर्यटन व खेल ढांचे में सुधार होगा। कश्मीर का युवा बहुत ही प्रतिभाशाली है। वह मुख्यधारा के साथ मिलकर देश की तरक्की और खुशहाली का हमसफर बनना चाहता है।
रिजिजू ने कहा कि मैंने खुद यहां गांदरबल में राष्ट्रीय एकता शिविर में स्थानीय युवाओं और देश के विभिन्न हिस्सों से आए युवाओं से बातचीत की है।
सभी देश को आगे ले जाने में योगदान करने को संकल्पबद्ध हैं। गांदरबल में गत बधुवार से युवा मामले एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के अधीन नेहरु युवा केंद्र संगठन की ओर से एक भारत-श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत राष्ट्रीय एकता शिविर चल रहा है।
केंद्रीय खेल मंत्री रिजिजू खुद शिविर की गतिविधियों का जायजा लेने और युवाओं के अनुभवों को जानने पहुंचे थे। वह करीब दो घंटे तक शिविर में रहे।
उन्होंने युवाओं के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने के साथ विभिन्न मुददों पर भी संवाद किया। शिविर में देश के विभिन्न राज्यों के 250 युवा भाग ले रहे हैं। रिजिजू ने युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि अगर हमें अपने राष्ट्र की विविधिता में एकता समेट समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को समझना व उसे मजबूत बनाना है तो उसके लिए राष्ट्रीय एकता शिविर से बेहतर कोई दूसरा जरिया नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे शिविरों के आयोजन के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि हमें एक-दूसरे की संस्कृति और परंपरा को समझने व एक दूसरे के साथ मिलकर देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने की भावना के साथ आगे बढ़ने के लिए लाभ लेना चाहिए।
यह शिविर देश में में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाले तत्वों को नाकाम बनाएगा। कश्मीर में इस शिविर के जरिए पूरे देश में राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सद्भाव का मजबूत संदेश जाएगा।