छात्रवृत्ति घोटाले में दो सालों से फरार चल रहे 15 हजार रुपये के इनामी अपराधी को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने देहरादून से गिरफ्तार किया है।
छात्रवृत्ति को फर्जी तरीके से प्राप्त कर गबन
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 में उत्तराखंड में छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था। हाईकोर्ट के आदेश पर एसआईटी गठित कर जांच करवाई गई थी। एसआईटी की जांच में कुछ विद्यालयों की ओर से छात्रवृत्ति को फर्जी तरीके से प्राप्त कर गबन करना सामने आया।
5 हजार का इनाम किया था घोषित
जिला हरिद्वार के थाना सिडकुल में वर्ष 2019 में एन पावर एकेडमी, रानीपुर मोड हरिद्वार के निदेशक राहुल विश्नोई निवासी आवास विकास ऋषिकेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। वह तब से फरार चल रहा था। राहुल बिश्नोई के खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला हरिद्वार की ओर से 15 हजार ईनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ ने गुरुवार को उन्हें मोहिनी रोड, देहरादून से गिरफ्तार किया। आरोपित पर छात्रों की 25 लाख रुपये की छात्रावृत्ति गबन करने का आरोप है।
बिहार ले जाने के नाम पर यात्रियों से 17 हजार ठगे
लक्सर : दो युवकों ने खुद को ट्रेन का चालक बताकर बिहार के यात्रियों से 17 हजार रुपये ठग लिए। सूचना पर जीआरपी मौके पर पहुंची तथा बताए गए हुलिए के आधार पर ठगी करने वाले दोनों युवकों की तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका।
समस्तीपुर थाना बेगूसराय बिहार निवासी मुकेश यादव ने बताया कि गिरधारी और पंकज, लंढौरा में एक ईंट भट्टे पर काम करते हैं। उनके साथ वह बिहार जा रहे थे। लक्सर में ट्रेन पकड़ने के लिए पहुंचे थे कि टिकट कंफर्म नहीं होने के कारण वह टिकट घर के पास बैठे हुए थे। इसी दौरान दो युवक उनके पास आए। जिन्होंने बिहार की भाषा में उनसे बात करते हुए खुद को रेल विभाग में ट्रेन का चालक बताया तथा उन्हें अमृतसर से जयनगर (बिहार) जाने वाली ट्रेन के कोच में बैठाकर लक्सर से बिहार ले जाने की बात कही।
जिस पर गिरधारी ने आठ हजार और पंकज ने नौ हजार रुपये टिकट रिजर्वेशन के नाम पर दे दिए। दोनों आरोपितों ने उनसे आधार कार्ड मांगा। आधार कार्ड पर लिखे नाम को एक कागज पर उतारकर अपने पास रख लिया तथा उनसे कहा कि वे ट्रेन में इंजन से पिछले कोच में बैठ जाएं। पैसे लेकर दोनों उनके साथ बाजार गेट तक आए। इसके बाद दोनों चकमा देकर मौके से फरार हो गए। थानाध्यक्ष जीआरपी प्रदीप राठौर ने बताया कि यात्रियों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है।