देश में लोगों को अपना शिकार बना रहा Covid-19 अब गुजरात में भी पहुंच गया है। राज्य में कोरोना संक्रमण के 5 केसेस मिले हैं जिसके बाद सरकार ने एहतियातन अहमदाबाद और वडोदरा में अलर्ट जारी कर दिया है।
राज्य में कोरोना से संक्रमित पांच केसेस में एक महिला भी है। इन सभी की आयु 38 वर्ष से कम हैं। ये सभी भारतीय नागरिक हैं, तथा विदेश से आए हैं। ये पांचों कोरोना पोजीटिव वडोदरा, सूरत, अहमदाबाद और राजकोट के हैं। इन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पतालों में निर्मित आइसोलेशन में रखा गया हैं।
राज्य की स्वास्थ्य सचिव डॉ. जयंति रवि ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस की जांच के लिए कुल 150 सेंपल लिए हैं इनमें से पांच सेंपल पॉजीटिव मिले हैं। 123 निगेटिव हैं जबकि बचे हुए 22 लोगों की रिपोर्ट बाकी है। भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग कदम उठा रहा हैं।
उन्होंने बताया कि पोजीटिव पाए जाने वाले ये सभी पांच मामलों में अहमदाबाद से दो, वड़ोदरा से एक, सूरत से एक तथा राजकोट का एक शामिल हैं। ये सभी विदेश से भारत आए भारतीय नागरिक हैं। इन्हें अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है, जहां सभी की हालत स्थिर। इन्हें 14 दिनों के लिए यहीं आयसोलेशन में ही रखा जायेगा।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिम, वाटरपार्क, पार्टी प्लाट, मैरेज हॉल और क्लब बंद कर दिए गए हैं। राज्य सरकार ने इन्हें 31 मार्च तक बंद किया हैं। राज्य सरकार ने मंदिरों एवं पर्यटन स्थलों को भी बंद करने की घोषणा की हैं।
जयंति रवि ने बताया कि संक्रमित लोगों में से राजकोट का है जो मक्का मदीना से मुंबई और वहां से राजकोट आया था। सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत पर उसे पीडीयू मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। ब्लड सेंपल की रिपोर्ट से ज्ञात हुआ कि वह कोरोना से संक्रमित हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इसके संपर्क वाले 15 व्यक्तियों को भी आइसोलेट किया है।
वहीं सूरत की 21 वर्षीय युवती मुंबई होकर सूरत आई थी। उसने 16 मार्च को सर्दी, बुखार और खांसी की शिकायत की। उसके ब्लड की जांच अहमदाबाद बी.जे. मंडिकल कॉलेज में हुए जहां कोरोना पॉजीटिव होने पर उसके संपर्क वाले नौ व्यक्तियों को भी आइसोलेट किया गया। सूरत और राजकोट में कोरोना पॉजीटिव केस होने से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। कुल 40 टीमें कार्यरत कर दी गई है।
राज्य में कोरोना वायरस की दस्तक के मद्देनजर सरकार ने वडोदरा, सूरत, और राजकोट में भी लेबोरेटरी शुरू करने का निर्णय लिया हैं। अहमदाबाद और जामनगर में पहले से ही यह सुविधा उपलब्ध हैं। इससे पूर्व शंकास्पद मरीज के ब्लड की जांच के लिए सेंपल को पुणे भेजना पड़ता था। राज्य में कोरोना वायरस के पोजीटिव मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की अध्यक्षता में विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा के साथ ही आगामी निर्णयों पर विचार विमर्श किया गया।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सतर्कता के तहत भी कई कदम उठाए गए हैं। अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल परिसर में स्थित डेंटल और किडनी अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
यहां केवल आपातकालीन सेवाएं ही उपलब्ध हैं। कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। किडनी इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. विनीत मिश्रा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इमर्जेंसी के अलावा अन्य केस नहीं लिया जाएगा। किडनी और लीवर ट्रान्सप्लांट का कार्य भी 28 दिनों के लिए बंद कर दिया गया हैं।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के संक्रमण से बचाने के लिए स्क्रीनिंग भी किया जा रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण पर उन्हें सिविल अस्पताल में रिफर किया जाएगा।
आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा भी है। यहां दूसरी मंजिल पर छह बिस्तरों वाला आईसोलेशन आईसीयू वार्ड बनाया गया हैं।
अहमदाबाद महानगर पालिका ने सभी पान- गुटखा की दुकानों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दे दिया है। मनपा आयुक्त विजय नेहरा ने बताया कि अहमदाबाद में सभी भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर धारा 144 लागू कर दी गई है। सभी बाजारों को बंद करने के निर्देश दे दिए है। घर में रहनेवाले परिवारों को जरुरी वस्तुएं मनपा के कर्माचारी द्वारा मुफ्त पहुंचाई जाएगी।
मनपा आयुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले इसलिए शहर के सभी पान पार्लरों को 20 से 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिये गये है।
केवल किराणा स्टोर चालू रहेंगे लेकिन उसने गुटखा संबंधित कोई चीज-वस्तुएं नहीं मिलेगी। मनपा आयुक्त ने कहा कि अगर कोई भी परिवार घर में ही रहेगा उसके लिए महानगरपालिका के कर्मचारी जीवन जरुरी चीजवस्तुएं घर में ही मुफ्त में पहुंचाएंगे।