राजधानी दिल्ली में मंगलवार को गणतंत्र दिवस पर केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की ट्रैक्टर रैली में शामिल उपद्रवियों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने लाल किला पर धावा बोल दिया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का एक धड़ा इन हिंसक घटनाओं का विरोध कर रहा है। इनमें से कुछ किसान नेताओं ने पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू पर किसानों को भड़काने और हिंसा फैलाने के आरोप लगाए।
सिद्धू ने लोगों को गुमराह किया- चढुनी
समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार हरियाणा के किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढुनी ने एक वीडियो संदेश में कहा कि सिद्धू ने जो किया है वह बहुत ही निंदनीय है। लाल किला जाने का हमारा कोई कार्यक्रम नहीं था। वह एक विद्रोही के रूप में वहां गया था और उसने लोगों को गुमराह किया। हमें नहीं पता था कि वह लाल किला जाएगा। चढुनी ने हिंसा की निंदा भी की।
सिद्धू ने भी दिया बयान
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार दीप सिद्धू ने फेसबुक पर आकर कहा कि प्रदर्शन के दौरान हमने अपने लोकतांत्रिक आधिकार के तहत निशान साहब का झंडा लाल किले पर फहराया, लेकिन भारत के झंडे को नहीं हटाया गया। किसी ने देश की एकता और अखंडता पर सवाल नहीं उठाया। सिद्धू ने दावा किया कि यह किसी योजना के तहत नहीं किया गया और उन्हें कट्टरपंथी नहीं बताया जाना चाहिए और इसे कोई सांप्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए।
कौन है दीप सिद्धू
साल 1984 में पंजाब के मुक्तसर जिले में जन्में दीप सिद्धू ने लॉ की पढ़ाई की। किंगफिशर मॉडल हंट अवार्ड जीत चुके सिद्धू को 2018 में आई पंजाबी फिल्म ‘जोरा दास नुम्बरिया से प्रशिद्धि मिली। इसमें गैंगेस्टर का किरदार निभाया। साल 2015 में रिलीज हुई रमता जोगी करियर की पहली फिल्म थी।