कोरोना वायरस (COVID-19) का खतरा इंसान तो इंसान क्या भगवानों की दिनचर्या पर भी असर डाल रहा है. गुवाहाटी के प्रसिद्ध कामाख्या देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले ‘भोग’ को स्थगित कर दिया गया है. गुवाहाटी के नीलांचल पर्वत पर स्थित इस मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या भी 50% घटा दी गई है.
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है जिससे सभी का तापमान मापा जा रहा है. साथ ही श्रद्धालुओं को हैंड सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए परिसर में मेडिकल कैम्प की व्यवस्था की गई है. कामाख्या मंदिर या देवालय देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है.
कामाख्या मंदिर के डोलोई (प्रमुख) कबिन्द्र प्रसाद सरमा के मुताबिक मंदिर प्रशासन ने कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं.
सरमा ने बताया, “हम मंदिर में आने वालों की मेन गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग कराने के साथ उन्हें हैंड सैनेटाइजर उपलब्ध करा रहे हैं. हमने अस्थायी तौर पर भोग की व्यवस्था को भी निलंबित किया है जो दोपहर को श्रद्धालुओं को दिया जाता था.”
सरमा के मुताबिक मंदिर प्रशासन ने पूरे परिसर में स्वच्छता मुहिम छेड़ने के साथ आने वाले श्रद्धालुओं से भी सहयोग करने की अपील की है. मंदिर प्रमुख ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश की संख्या आधी कर दी गई है.