कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी स्कूल और कॉलेजों में शैक्षणिक कार्यों को आगामी 22 मार्च तक स्थगित करने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद शहर के कुछ स्कूल मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस के खतरे की बीच बच्चों की सुरक्षा को ताक पर रखकर संचालक स्कूल खोल रहे हैं। इससे बच्चों के अभिभावक भी परेशान हैं।
सीतापुर रोड खदरा दिन दयाल नगर स्थिति यूनिक कान्वेंट स्कूल, सेंट बेसिल स्कूल, वाईआर स्कूल, लखनऊ कान्वेंट स्कूल, शहीद पथ स्थित कई स्कूल आज खुले हैं। यहां मांटेेेेेसरी से लेकर 8वीं और 11 तक परीक्षाएं चल रही हैं।
वाई आर मांटेसरी स्कूल बंद किया गया। बच्चे घर भेजे गए। मैनेजर राकेश ने बताया कि उनके यंहा पेपर चल रहे हैं। 2 से 3 पेपर बचे थे इसलिए बुलाया गया बच्चों को।
इसके अलावा अन्य स्कूल अभी भी खुले हैं। डीआइओएस कार्यालय से बताया गया कि जहां पेपर चल रहे हैं और कुछ बचे हैं वह परीक्षाएं करा सकते हैं। इसके अलावा जहां पेपर शुरू होने हैं वह विद्यालय 22 तक बंद है। 22 मार्च के बाद परीक्षाएं शुरू कराएंगे।
गौरतलब है कि सीएम के निर्देश के बाद रविवार को जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सभी तरह के कोचिंग सेंटर और इंस्टीट्यूट को भी बंद करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के कई जनपदों में तो सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स और क्लब तक बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में स्कूलों का यह रवैया बेहद ही गैरजिम्मेदाराना है।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को बैठक कर प्रदेश भर में सभी निजी और सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक कार्य बंद करने के निर्देश दे दिए थे। हालांकि प्रमुख सचिव शिक्षा अनुराधा शुक्ला ने जिन स्कूलों में परीक्षा पहले से निर्धारित हो गईं हैं उन्हें सतर्कता बरते हुए परीक्षा करवाने के निर्देश दिए थे।
जिसमें दो परीक्षार्थियों के बीच कम से कम एक मीटर की दूरी, हर फर्नीचर को सेनेटाइजर से साफ करना। दरवाजों और हैंडल को सेनेटाइजर से साफ करवाना व शौचालय और पानी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। साथ ही डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार सभी निर्देशों के पालन के कड़े आदेश दिए हैं।
इन सबके बावजूद भी लखनऊ में कुछ कोचिंग सेंटर और निजी संस्थान अभी भी स्टूडेंट्स को बुला रहे हैं। इसे देखते हुए रविवार को जिलाधिकारी ने सभी निजी कोचिंग सेंटर और इंस्टीट्यूट को अग्रिम आदेशों तक 22 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए हैं। अगर इस बीच कोई भी संस्थान और कोचिंग सेंटर बंद रहा तो उस पर भारतीय दंड संहित की धारा 188 के अंर्तगत कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए जा रहे इंतजाम की समीक्षा रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों से तैयारियों का जायजा उन्होंने लिया।
साथ ही निर्देश दिए कि लखनऊ, आगरा, गौतमबुद्धनगर (नोएडा), गाजियाबाद के अलावा भारत-नेपाल सीमा के सात जिलों पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज में सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स और क्लब अग्रिम आदेशों तक बंद कर दिए जाएं। वहीं, जिन जिलों में सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स बंद नहीं किए जा रहे हैं, वहां प्रत्येक शो के बाद डिसइन्फेक्शन स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार कराएं।