मेरठ में सरधना के कैली गांव में रविवार को कांग्रेस की ओर से महापंचायत बुलाई गई थी। इस महापंचायत को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानून को वापस लेने के लिए कितने भी साल लग जाएं, कांग्रेस आपके साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए चाहे 100 दिन लग जाए या फिर 100 साल कांग्रेस और किसान पीछे नहीं हटेंगे।
प्रियंका वाड्रा ने महापंचायत में किसानों से कहा कि मुझमें जबतक है दम तबतक लडूंगी। इसके लिए चाहे 100 दिन हो या 100 साल हो। कहा कि राहुल ने संसद में किसानों की मौत का मुद्दा उठाया लेकिन किसानों की मौत पर सभी मौन रहे। संसद में कोई सत्ता पक्ष का खड़ा नहीं हुआ। किसानों का अपमान किया गया। आंदोलनजीवी और परजीवी कहकर अपमान हुआ।
उन्होंने कहा कि दिल्ली बॉर्डर की तरह गांव गांव आंदोलन कीजिए। जब जब आप संकट में होंगे कांग्रेस खड़ी होगी। दुख हो या सुख तब तब पहुंचेंगे। हम कर्जदार हैं आपके। आपकी लड़ाई मेरी लड़ाई है। जब तक मुझमें दम है तब तक लड़ूंगी साथ। 100 दिन चाहे 100 साल हो जाएं।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि यह मेरठ की धरती है। यहीं से पहला विद्रोह शुरू हुआ। आजादी की पहली लड़ाई यहीं से शुरू हुई। किसानों ने आजादी दिलाई। बहुत लोग शहीद हुए। लड़ाई इसलिए लड़ी थी कि अंग्रेजों का कानून शोषण कर रहा था। किसानों को उचित दाम नहीं मिल पा रहा था। ऐसा ही अब इस कानून से होने वाला है। उद्योगपति का ही नियंत्रण रहेगा। दूसरा कानून भी गजब है। आहिस्ते आहिस्ते सरकारी मंडी बंद हो जाएंगी।
प्राइवेट मंडी खुलेंगी और न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलना बंद हो जाएगा। सौदा करने वाली कंपनी से सौदा कर लिया। खरबपति के पास चले गए। खरबपति बाद में फसल लेने से मना कर दे तो किसान क्या करेगा। लेकिन सौदे पर खतरा न उतरने ओर किसान सिर्फ एसडीएम तक जा सकेगा। कोर्ट नहीं जा सकेगा।
प्रियंका वाड्रा दिल्ली से सड़क मार्ग से मुरादनगर, मोदीनगर होते हुए कैली पहुंचीं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने बताया कि प्रियंका वाड्रा के साथ उप्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, रोहित चौधरी और जुबैर खान, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, पूर्व विधायक इमरान मसूद, इमरान प्रतापगढ़ी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने भी महापंचायत स्थल का मौका मुआयना किया है।
महापंचायत में किसानों को बड़ी संख्या में लाने के लिए बसों को भी लगाया गया था। वहीं, जिलाध्यक्ष ने कहा कि गांव-गांव में कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने संपर्क किया था। किसानों में तीनों कृषि कानूनों को लेकर भारी आक्रोश है। किसान इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि प्रियंका वाड्रा को 15 फरवरी को मेरठ आना था।