एजेंसी/ कुपवाड़ा : कश्मीर के कुपवाड़ा में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 8 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली है। दरअसल ये आतंकी रानावर के जंगलों मं हैं। सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान इनका पता लगाया। इस दौरान सुरक्षा बल मुस्तैद हो गया। सुरक्षा बलों ने आतंकियों के ठिकाने के आसपास सर्चिंग की और अब जंगल में उनके छिपे होने की जगहों को घेर लिया।
मिली जानकारी के अनुसार अलर्ट के बाद सर्च ऑपरेशन प्रारंभ हो गया। रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है कि इस वर्ष 3 माह में ही लश्कर और जैश के आतंकियों ने 35 बार घुसपैठ के प्रयास भी किए। आतंकी 26 बार भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ करने में सफल रहे हैं। बीते वर्षों की तुलना में इस वर्ष घुसपैठ के प्रयास अधिक हुए हैं। दरअसल 3 माह में इस साल अधिक घुसपैठ हुई। वर्ष 2015 में करीब 9 बार घुसपैठ का प्रयास किया गया मगर वह सफल नहीं हुआ।
वर्ष 2014 में 32 बार इस तरह के प्रयास किए गए। ऐसे में आतंकी 10 बार घुसपैठ करने में सफल रहे। मिली जानकारी के अनुसार बीते वर्ष 3 माह में आतंकी 42 एके – 47, 20 पिस्टल और 25 यजीबीएल के ही साथ भारत की सीमा में प्रवेश कर गए। उल्लेखनीय है कि सर्द मौसम के बाद गर्मी प्रारंभ होने के पहले भी इस तरह की घुसपैठ हुई थी लेकिन इसे नाकाम कर दिया गया था।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा आतंकियों को घुसपैठ करवाने हेतु परा लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया गया है। लश्कर और जैश एक मोहम्मद के आतंकियों को इस दौरान हथियार दे दिए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार आतंकी जम्मू – कश्मीर के केरन, तंगधार, पुंछ, नौशेरा और कठुआ में घुसपैठ करने की फिराक में बताए जा रहे हैं। घाटी में अचानक सक्रिय हुए आतंकियों के प्रयासों से सुरक्षा बलों में हलचल मच गई है। सुरक्षा बल पहले से भी ज़्यादा मुस्तैद हो गया है।