पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अपील के बावजूद, राज्य में 1,338 से ज्यादा मोबाइल टावर बाधित कर दिए गए हैं, जिससे यहां की टेलीकॉम सर्विस पर काफी असर पड़ा है. 25 दिसंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय ने किसानों से अपील की थी कि वे राज्य में टेलीकॉम सेवाओं को बाधित न करें.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पंजाब सीएमओ ने ट्वीट कर कहा था, “मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह किसानों से अपील करते हैं कि वे राज्य की दूरसंचार सेवाओं को बाधित न करें और नागरिकों को असुविधा न पहुंचाए. मुख्यमंत्री उनसे संयम और अनुशासन दिखाने का आग्रह करते हैं.” जब मुख्यमंत्री ने किसानों से शुक्रवार को अपील की थी, उस समय तक कुल 700 टावरों को बाधित किया जा चुका था. इसके बाद सीएमओ पंजाब ने 4.54 शाम को अपील जारी की थी.
अपील के बावजूद, 1,235 टावर (ट्वीट से पहले 700 बाधित हो चुक थे) शनिवार शाम 6.30 बजे तक बाधित किए जा चुके हैं. रविवार को सुबह 8 बजे तक, 1,338 साइट्स डाउन हो गए थे और शनिवार लगभग रात 8 बजे से करीब 151 साइटें डाउन थीं. जो टावर्स डाउन हैं, उनमें से सेल्फ ऑपरेटिड इंडुज टावर, JIO, BSNL के स्वामित्व वाले टॉवर और JIO के एजी-2 टावर्स शामिल हैं.
अमरिंदर ने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में किसानों द्वारा मोबाइल टावरों के लिए बिजली की आपूर्ति को रोकने के कारण टेलीकॉम सेवाओं का ठप होना न केवल छात्रों की पढ़ाई और उनके भविष्य पर असर डाल रहा है, जो पूरी तरह से ऑनलाइन शिक्षा पर निर्भर हैं और महामारी के कारण घर से काम करने वाले लोगों के दैनिक जीवन में भी बाधा डाल रहा है.
सिंह ने किसानों को सचेत करते हुए कहा कि दूरसंचार सेवाओं के बाधित होने से राज्य में पहले से ही बिगड़ी अर्थव्यवस्था पर और भी गंभीर असर पड़ेगा. उन्होंने पंजाब के नागरिकों को कोई असुविधा न पहुंचाते हुए किसानों को उनके शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को जारी रखने के लिए प्रेरित किया.