कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काम करना जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक वेबिनार को संबोधित किया, जिसमें बजट में कृषि क्षेत्र पर किस तरह फोकस रखा गया उस बारे में चर्चा हुई. पीएम मोदी ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब कृषि सेक्टर में प्राइवेट प्लेयर्स को बल दिया जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपने संबोधन में कहा कि कृषि क्षेत्र में प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर को साथ आना होगा, देश के छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने काफी फैसले लिए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि छोटे किसानों को ताकत देने से ही कृषि क्षेत्र का भला होगा.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि बजट में ऐसे कई फैसले लिए गए हैं, जिनसे सरकार के विजन का पता लगता है. पीएम मोदी बोले कि अगर दो-तीन दशक पहले ये काम हो जाते तो काफी सही होता, लेकिन हमें अब वर्तमान और भविष्य को देखकर काम करना होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि फूड प्रोसेसिंग के जरिए किसानों के साथ-साथ प्राइवेट-पब्लिक सेक्टर को बल मिलेगा. किसानों की उपज को अधिक विकल्प मिलना, समय की मांग है. अब गांवों के पास ही एग्रो इंडस्ट्री की संख्या बढ़ानी होगी, ताकि रोजगार यहां ही मिल जाए.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खेती के साथ मत्स्य क्षेत्र में भी हमारा ध्यान है. पीएम मोदी ने कहा कि कोविड के बाद रेडी टू इट, रेडी टू कुक जैसे प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ गई है. पीएम मोदी ने कहा कि किसान रेल से छोटे किसानों को बड़ा लाभ हुआ है. पीएम ने कहा कि अब अलग-अलग जिलों को जोड़ने के लिए क्लस्टर बनाने पर जोर दिया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि छोटे किसान ट्रैक्टर नहीं ले पाते हैं, ऐसे में ट्रैक्टर को किराये पर देने की सुविधा पर जोर देना चाहिए. PM बोले कि मिट्टी की जांच को लेकर भी किसानों को जागरुक करना होगा. पीएम मोदी ने कहा कि अब वक्त हो गया है कि कृषि में भी प्राइवेट सेक्टर की भागेदारी बढ़े, सिर्फ बीज तक ही नहीं बल्कि इसे आगे बढ़ाना चाहिए. किसान सिर्फ गेहूं-चावल की खेती तक सीमित ना रहे.
पीएम मोदी ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग लंबे वक्त से देश में होती आ रही है, लेकिन इसे व्यापार से आगे बढ़ाने पर जोर देना होगा जहां किसानों को अधिक फायदा हो सके. पीएम मोदी ने कहा कि कृषि क्षेत्र के लिए जो भी सुझाव आएंगे, सरकार उनपर काम करेगी.