करते हैं ये जॉब, तो नहीं बन पाएंगे कभी भी पिता !

 बहुत कम लोग ऐसे होते है, जो अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते है। कुछ लोग आलस के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते, तो कुछ लोगो ने अपनी लाइफ को इतना बिजी बना दिया है कि चाह कर भी अपने स्वास्थ के प्रति ध्यान नहीं दे पाते हैं। लेकिन इस बीच आपका खान पान और लाइफस्टाल बारें में सही जानकारी न होने के कारण शरीर पर बुरा असर करती हैं। खासकर लड़को को कई कामों की जानकारी नहीं होती है जिस वजह से वो गंभीर बीमारी के शिकार हो जाते है। अधिकतर पुरषों को ऐसा प्रोफेशन चुनना पड़ता है जिसके बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं होती और ये प्रोफेशन उनके शरीर पर बुरा असर डालता हैं, खासतौर पर, जब पुरूष अपने प्रोफेशन में काम करने के कारण अपने शुक्राणु के बनने की क्षमता को कम कर देता या खत्म कर देता है जिसके कारण लड़को को नपुसंक होने का ख़तरा होता हैं।

ऐसे कुछ काम है जो लड़कों को नंपुसक बनाते हैं। व्यवसाय वैल्डिंग है। वैल्डिंग ऐसा कार्य है जिसमें आपको ऐसे हानिकारक किरणों का सामना करना पड़ता है जो आपके शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है।  इस काम को करते वक्त पुरुषों को बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए और किरणों से जिसका अधिक बचाव किया जा सकता है उतना करना चाहिए। साइक्लिंग एक ऐसी चीज है जो लोग रोज़मर्रा के जीवन में इस्तेमाल करते हैं। लेकिन साइक्लिंग का ज्यादा इस्तेमाल करने से पुरुषों को काफी तकलीफ पहुंचती है।

जो पुरूष दिन में 5 घंटे या उससे ज्यादा वक्त साइक्लिंग करते हैं उनमें नपुंसक बनने का खतरा बना रहता है। अगर आप साइक्लिंग व्यवसाय के रूप में करते है, तो इस बात का ध्यान रखें और समय-समय पर डाक्टर की सलाह जरूर लें।
फिट रहने के शौक में लोग जिम को जॉइन करते है और जिम ट्रेनर पर अपने फिट बनाने के भरोसे के साथ लोग जिम जॉइन करते है , क्योंकि जिमट्रेनर को हमेशा सबसे ज्यादा फिट माना जाता है और ज्यादतर मामले में जिम ट्रेनर फिट होते भी हैं।
लेकिन बहुत से ट्रेनर ऐसे भी हैं जो ज्यादा फ़िटनेस के चक्कर में अपने शुक्राणुओं की बनने की क्षमता को ही खत्म कर बैठते हैं। भारी वजन उठाने से पुरुषों के टेस्टिकल्स पर बुरा असर पड़ता है जिसके कारण उनके शक्राणु कम हो जाते है जिस वजह से वे नपुंसक भी बन सकते हैं। जिम में ट्रेनिंग करना कोई खराब़ चीजं नहीं,  इसेसे पुरुषों के शरीर को ताकत ही मिलती है और वे फिट रहते है मगर सिर्फ तब तक जब तक ये एक लिमिट में की जाए।

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