एक नए रिसर्च से ये बात सामने आई है कि ज्यादा या कम नींद लेने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है। ये रिसर्च ‘जर्नल न्यूरोलॉजी’ में ऑनलाइन पब्लिश भी की गई है।
आमतौर पर स्वस्थ जीवन के लिए दिन में सात से आठ घंटे की नींद जरूरी बताई गई है। जब हम इससे कम या ज्यादा नींद लेते हैं तो खून की सप्लाई हमारे दिमाग में नहीं हो पाती। नींद में ही ब्रेन स्ट्रोक का खतरा पैदा हो जाता है।
यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल एसेन के शोधकर्ता डॉ.डेरेक हरमन ने बताया कि स्ट्रोक के बाद नींद की समस्याएं आम बात हैं। लेकिन आपको इसको गंभीरता से लेने की जरूरत है क्योंकि ये दूसरे स्ट्रोक के आने का लक्षण भी हो सकता है।