कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आखिरकार मध्यप्रदेश की कमान कमलनाथ को सौंपी। इसका इजहार भी उन्होंने बहुत दिलचस्प अंदाज में किया। राहुल ने सोशल मीडिया ट्वीटर पर दुनिया के महानतम लेखकों में शुमार लियो टॉलस्टॉय के कथन के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट की। इस तस्वीर में वे ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ की हाथ थामे हुए हैं। राहुल ने तस्वीर के साथ लिखा, “सब्र और समय सबसे ताकतवर योद्धा हैं।”
क्या हैं इस वाक्य के मायने?
यह तस्वीर और इसके साथ लिखा ये वाक्य बहुत कुछ कहता है। शायद राहुल गांधी ने ये इशारा किया कि अभी समय कमलनाथ का है और ज्योतिरादित्य को सब्र करना होगा। राजनीतिक जानकारों के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया को शायद 2019 के लोकसभा चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
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इससे पहले राहुल गांधी ने गुरुवार देर रात नई दिल्ली में अपने आवास पर मध्यप्रदेश के पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद के दोनों दावेदारों कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बैठक की। नवनिर्वाचित विधायकों, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के बाद राहुल गांधी ने कमलनाथ के नाम पर अंतिम और आधिकारिक मुहर लगा दी।
कमलनाथ का सफर
कमलनाथ का जन्म 18 नवंबर 1946 को यूपी के कानपुर में हुआ था। उन्होंने देहरादून के दून स्कूल के बाद कोलकाता विश्वविद्यालय के सेंट जेवियर कॉलेज से कॉमर्स विषय में स्नातक की डिग्री ली। कमलनाथ एक बड़े कारोबारी रहे हैं। कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में अपनी चार दशक के सियासी सफर में खुद को बड़ा और सफल राजनेता साबित किया है।