हिंद महासागर में ऑस्ट्रेलिया के निकट बसे कुछ द्वीपों के तटों पर प्लास्टिक का जो कचरा जमा हो गया है, उसमें 10 लाख जूते और पौने चार लाख टूथब्रश सहित करीब साढ़े 41 करोड़ प्लास्टिक के टुकड़े पाये गए हैं. कोकस द्वीपों पर करीब 238 टन प्लास्टिक कचरा जमा हो गया है. यह अध्ययन जर्नल साइंटिफिक रिपोर्टस में प्रकाशित हुआ है. ये द्वीप प्राय: निर्जन हैं और इनके तटों पर जमा हो रहा कचरा इस ओर इशारा करता है कि दुनिया भर के सागर किस तरह प्लास्टिक कचरे की गहरी समस्या से जूझ रहे है.
शोध से जुड़े ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया विश्वविद्यालय के मरीन एडं अंटार्कटिक स्टडीज के अध्येता जेनिफर लावर्स ने कहा कि उनका परंपरागत तरीके से अनुमान है कि जमा हुये 41 करोड़ 40 लाख टुकड़ों का वजन 238 टन हो सकता है, क्योंकि उन्होंने केवल दस सेंटीमीटर की गहराई तक से ही नमूने एकत्र किए हैं और वे कई तटों पर नहीं पहुंच सके, जिन्हें कचरा ‘हॉटस्पॉट’’ कहा जाता है. कई शोधों से यह बात सामने आ चुकी है कि प्लास्टिक प्रदूषण से वन्य जीवों को खतरा बढ़ रहा है और यह मानव जीवन के लिए बड़ी समस्या बनता जा रहा है.