एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में मेडल पक्का करने वाले पहलवान जितेंद्र कुमार (74 किग्रा) के मेडल से दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का टोक्यो जाना मुश्किल लग रहा है।
इस चैंपियनशिप के छठे दिन जितेंद्र 74 किग्रा भारवर्ग के फाइनल में पहुंच गए हैं। अब फाइनल में उका सामना कजाखस्तान के पहलवान दनियार से होगा।
भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के पांचवें दिन फाइनल में मिली हार के बाद सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।
गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने इस चैंपियनशिप की शुरुआत से पहले ही यह साफ कर दिया था कि जो पहलवान इस चैंपियनशिप में पदक जीतेंगे उन्हें ही ओलंपिक क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट में भेजा जाएगा।
इससे पहले इस प्रतियोगिता से पहले हुए ट्रायल्स के आधार पर ही रेसलर्स को ओलंपिक क्वॉलिफायर ट्रायल्स की भी मान्यता थी लेकिन तब डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने मेडल नहीं जीतने पर दोबारा ट्रायल्स की बात कही थी।
बृज भूषण शरण ने तब कहा था, ‘अगर एशियाई चैंपियनशिप में खिलाड़ियों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहता है तो एशियाई ओलिंपिक क्वॉलिफायर से पहले दोबारा ट्रायल्स का आयोजन किया जाएगा।’