हर किसी इंसान का समय एक ना एक दिन जरूर बदलता हैं क्योंकि जो आज गरीब हैं कल उसे अमीर बनने में समय नहीं लगता हैं| कहते हैं भगवान के घर में देर हैं अंधेर नहीं हैं इसलिए इंसान को सब्र रखना चाहिए| ऐसे में आज हम एक ऐसे अभिनेत्री के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जो कभी झोपड़ी में रहती थी लेकिन किस्मत ने ऐसा करवट लिया और वो एक सुपरस्टार बन गयी|
जी हाँ हम बात कर रहे हैं स्लमडाग मिलेनियर के अभिनेत्री की जिसने एक चाइल्ड आर्टिस्ट का किरदार निभाया था| आपको इस फिल्म के चाइल्ड आर्टिस्ट लतिका के किरदार तो याद ही होगा क्योंकि लतिका के किरदार को लोग आज भी याद करते हैं और यह वहीं फिल्म हैं जिसने आस्कर अवार्ड जीता था|
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्लमडाग मिलेनियर फिल्म में लतिका का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री का नाम रूबीना अली हैं| बता दे कि रुबीना अली मुंबई के गरीब नगर की झुग्गियो में रहती थी और जब उनके झुग्गी को गिराया जा रहा था तब वो अपने झुग्गी को बचाने के लिए पूरा जी-जान लगा दिया था|
दरअसल उनका घर नगर निगम के द्वारा गिरा दिया गया था और दूसरी ओर जब लतिका स्लमडाग मिलेनियर में काम कर रही थी तब उसकी झुग्गी में गटर का पानी भर गया था और मिडिया को पता चलने पर उसकी खबर ली थी| जब रूबीना ने इस फिल्म को पूरा कर लिया था तब उन्हें उनका घर मुफ्त में दिया गया था| लेकिन रूबीना ने कभी नहीं सोचा था की एक झुग्गी में रहने वाली लड़की को भी फिल्मों में काम करने का मौका मिलेगा|
उस समय रूबीना मात्र 12 साल की थी| इसके अलावा रूबीना ने यह सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस फिल्म में वो काम करेंगी उस फिल्म को सात आस्कर अवार्ड भी मिल जाएगा| लेकिन रूबीना की किस्मत ने एक बार फिर से करवट लिया और 2011 में एक बार फिर उसकी जिंदगी में सब कुछ बदल गया और उसके घर में आग लग गई| इस आग में रूबीना के सारे अवार्ड और तस्वीरे जल कर राख़ हो गए और रुबीना फिर से अपनी उसी जिंदगी में वापस लौट गयी| जहां से उसने आसमान में उड़ने के सपने देखे थे| इस हादसे के बाद रुबीना को मुंबई छोड़ना पड़ा और वह फिलहाल पढ़ाई कर रही है| इसके अलावा उन्हें अपने घर को चलाने के लिए पैसो की जरूरत हैं इसलिए वो ढेर सारा पैसा कमाने के लिए जॉब की तलाश कर रही हैं|
इसके अलावा रूबीना ने अभिनेत्री बनने का सपना अभी भी नहीं छोड़ा हैं और वह बॉलीवुड की अभिनेत्री बनना चाहती हैं क्योंकि इस तरह के हादसे हर किसी के जीवन में होते हैं और इसका मतलब ये नहीं कि इंसान सपने देखना छोड़ दे क्योंकि यदि आपके सपने जिंदा हैं तो आप उस सपने को पूरा करने में जी-जान लगा सकते हैं और इस बात पर ही रूबीना अमल कर रही हैं|
दरअसल रूबीना को एक बार पूरी दुनिया ने उनके काम को देखा है और ऐसे में यदि वो मेहनत करती हैं तो उन्हें बॉलीवुड में सफलता मिलना कोई बड़ी बात नहीं हैं क्योंकि मेहनत के आगे बड़ी सी बड़ी मुश्किले घुटने टेक देती हैं|