आज ऋषिगंगा में आई आपदा को 14 दिन हो गए हैं। आज भी सुरंग से मलबा निकालने का कार्य जारी है। वहीं सुरंग से बार-बार पानी का रिसाव हो रहा है। जिससे मलबा साफ करने में परेशानी आ रही है। रैणी में भी मलबे में शवों को खोजने का कार्य जारी है।
– आपदा प्रभावित क्षेत्रों से मलबे में लोगों की खोज की जा रही है। रैणी में धौली गंगा और ऋषि गंगा के संगम स्थल पर मलबे में भी खोज की जा रही है। रेस्क्यू टीमें ऋषि गंगा में जेसीबी की मदद से रैणी गांव के निचले हिस्से में मलबा हटाने में जुटी हैं।
– ऋषि गंगा की जल प्रलय में अभी तक विभिन्न जगहों से 62 शव मिल चुके हैं, जबकि 27 मानव अंग भी मिले हैं। तपोवन सुरंग से 13 शव निकाले जा चुके हैं। अभी भी 142 लोग लापता हैं।
– ऋषि गंगा की जल प्रलय के 13 दिन बाद भी तपोवन सुरंग से मलबा पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है। अभी तक 161 मीटर तक ही सुरंग का मलबा हटाया गया है। सुरंग से पानी का रिसाव थम नहीं रहा है। पानी के रिसाव के लिए दो पंप मशीनें लगाई गई हैं। सुरंग से मलबा हटाने का काम अब सिर्फ दिन में ही हो रहा है। शुक्रवार को टनल से कोई भी लापता नहीं मिला, लेकिन गुरुवार रात को हेलंग के पास से एक शव बरामद किया गया था। शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
-7 फरवरी को ऋषि गंगा की जल प्रलय के बाद से ही तपोवन सुरंग से मलबा निकालने का काम चल रहा है। सुरंग से करीब 150 मीटर तक मलबा हटाने के बाद पानी का रिसाव शुरू हो गया था जो आज तक जारी है। ऐसे में रेस्क्यू टीमों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुरंग में जेसीबी से मलबा डंपर में डालकर बाहर लाया जा रहा है। वहीं, बैराज साइट से भी मलबा हटाने का काम जोरों पर है। यहां पोकलैंड मशीनों से मलबे का निस्तारण किया जा रहा है। बैराज में पानी के साथ ही बोल्डर भी अटके हुए हैं।