हरियाणा के हिसार में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ प्रोटोकोल तोड़कर पंडाल में पीछे की ओर बैठे किसानों से मिलने उनके बीच पहुंच गए। उपराष्ट्रपति ने उनसे देसी अंदाज में बात करते हुए दिल्ली आने का न्योता दिया। उन्होंने महिलाओं के घूघंट को देखकर कहा कि अब टाइम बदल गया उठा लो। जिसके बाद महिलाओं ने घूघंट खोल दिए। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने महिलाओं से कहा कि थैं दिल्ली क्यूं आ आवो। म्हैं न्योता देण लाग रहया हूं। आच्छा तो मैं चालूं , राम- राम ।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार को केंद्रीय भैंस अनुंसधान केंद्र में पहुंचे। यहां पंडाल में उन्होंने किसानों- वैज्ञानिकों को संबोधित किया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद उपराष्ट्रपति प्रोटोकोल तोड़ते हुए किसानों के बीच पहुंचे गए। पुलिस ने व्यवस्था बनाने की कोशिश की तो उपराष्ट्रपति ने पुलिस कर्मियाें को पीछे कर दिया।
उन्होंने कहा कि यो घरूं को मामलो स, थैं बीच में कै करो। इसके बाद उन्होंने किसानों से बातचीत करते हुए उनके स्वास्थ्य का हालचला पूछा। गांव बिचपड़ी से आई महिला फूलां देवी ने सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। किसानों से बातचीत करते कहा कि दिल्ली क्यूं ना आवो। थारो ए घर सै। देखो तो थारों बेटो-भाई कठै रहवे सै, कै करये सै।
जनवरी में एक प्रोग्राम बना लियो। आपा लेट ना करां। उप राष्ट्रपति ने सीआईआरबी के वैज्ञानिकों को निर्देश दिए कि यहां जो किसान आए हैं उनकी लिस्ट बनाकर उन्हें दिल्ली लाओ। वहां इनसे आमने-सामने बैठ कर दिल खोल कर घर-बार की बात करेंगे।
कितनी छोरियां पढ़ैं से टाबरो..
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसके बाद वैज्ञानिकों से बातचीत करते हुए उन्हें किसानों की बेहतरी के अनुसंधान करने के लिए प्रेरित किया। पंडाल के अंदर दूसरी ओर छात्राओं तथा स्टाफ सदस्यों से बातचीत करते हुए पूछा कि अठूं कितनी छोरियां पढ़ैं से टाबरो। वहां मौजूद छात्राओं ने हाथ खड़े किए। इसके बाद उपराष्ट्रपति बोले रोहतक एमडीयू में डिग्री देकर आया हूं। वहां आधी से ज्यादा छोरियां थी।