उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्वाइन फ्लू का वायरस लगातार कहर बरपा रहा है. स्वाइन फ्लू से मरने वाले मरीजों की संख्या में फिर इजाफा हुआ है और अबतक 7 लोगों की स्वाइन फ्लू मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को पटेलनगर स्थित श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में मोहकमपुर निवासी महिला मरीज ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में पिछले तीन दिनों में स्वाइन फ्लू से ये चौथी मौत है.
जानकारी के मुताबिक, नेहरू कॉलोनी निवासी 71 वर्षीय महिला को कैलाश अस्पताल से बीती पांच जनवरी को श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के लिए रेफर किया गया था. 13 जनवरी को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि अभी भी श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में स्वाइन फ्लू से पीड़ित दो, मैक्स व सिनर्जी में एक-एक मरीज का उपचार चल रहा है. लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए सभी अस्पतालों को प्रशासन की तरफ से एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं. साथ ही लोगों को सावधानी बरतने की अपील भी की गई है.
स्वाइन फ्लू घातक वायरस है, जो सुअर से फैलता है. सबसे पहले इस बीमारी के लक्षण मैक्सिको के वेराक्रूज इलाके के एक पिग फॉर्म के आस-पास रह रहे लोगों में पाए गए थे. स्वाइन फ्लू दरअसल सुअरों के बुखार को कहते हैं. यह उनकी सांस से जुड़ी बीमारी है. यह बीमारी जुकाम से जुड़े एक वायरस से पैदा होती है. ये वायरस मोटे तौर पर चार तरह के होते हैं. H1N1, H1N2, H3N2 और H3N1। इनमें H1N1 सबसे खतरनाक होता है.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
इसके लक्षण आम इनसानी फ्लू से मिलते जुलते ही हैं. बुखार, सिर दर्द, सुस्ती, भूख न लगना और खांसी. कुछ लोगों को इससे उल्टी और दस्त की भी शिकायत होती है. गंभीर मामलों में इसके चलते शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं, जिसके चलते इंसान की मौत तक हो जाती है.