डेस्क। दुनिया में सभी लोगो को बारिश का इंतजार रहता है। यदि समय पर बारिश नहीं होती है। तो कई तरह के तरिके अपनाते है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इंद्रदेव या मेघों को प्रसन्न करने के लिए कई परंपराओं को निभाया जाता है। इन्हीं में शामिल एक ऐसी परम्परा है जिसमें जीवित महिला की शव यात्रा निकाली जाती है।
अब दुजाना की मौत के बाद सुरक्षित हैं हमारी बहन-बेटियां, सेना ने बचा ली कश्मीर की इज्जत…
यह टोटका करने से भगवान इंद्र जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और बारिश अच्छी होती है।मध्य प्रदेश के मंडला से लगे जुनवानी गांव में बारिश के लिए जीवित महिला की शव यात्रा निकाली जाती है। जब भी मानसून समय पर नहीं आता है, गांव में पंचायत बुलायी जाती है। पंचायत में महिला की शव यात्रा निकालने का निर्णय लिया जाता है।
रामबरन के अनुसार यह परम्परा जुनवानी नहीं आसपास के कई गांवों में सदियों से प्रचलित है।Read more: कभी नहीं नहाती हैं इस ट्राइब की लडकिया, फिर भी मानी जाती हैं खूबसूरत !किन्नर नृत्य साधना करें तो इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं। इसी प्रकार वहां बारिश के लिए जिंदा महिला की शवयात्रा निकाली जाती है।
गांवों में छोटे बच्चों द्वारा मूसल में मेंढक बांधकर उसे घर-घर घुमाया जाता है। इसके बाद उस पर पानी मारकर अच्छी बारिश की कामना की जाती है। कटनी के आसपास के गांवों के साथ बैतूल, मुलताई आदि क्षेत्रों में आज भी ये परम्पराएं कायम हैं।NOTE: संजीवनी टुडे Youtube चैनल सब्सक्राइब करने के लिए क्लिक करे !जयपुर में प्लॉट ले मात्र लाख में: 09314188188